आंध्र प्रदेश के चित्तूर में गैस लीक, डेरी प्लांट में काम कर रहे 14 मजदूर बीमार

आंध्र प्रदेश में गैस हादसों का जैसे रुटीन बन गया है. यहां  चित्तूर जिले में स्थित डेरी प्लांट से गैस लीक घटना सामने आई है. इस हादसे में कई लोगों की तबीयत खराब हुई है. 14 मजदूर गैस के प्रभाव से बेहोश हो गए.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 21, 2020, 08:37 AM IST
    • इस हादसे में करीब 25 लोग प्रभावित हुए हैं.
    • पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश नारा ने इस हादसे पर चिंता जताई है
    • 7 मई को विशाखापट्टनम के एलजी पॉलिमर्स कंपनी के एक प्लांट में गैस लीक हुई थी
आंध्र प्रदेश के चित्तूर में गैस लीक, डेरी प्लांट में काम कर रहे 14 मजदूर बीमार

चित्तूरः कोरोना काल में औद्योगिक हादसों का सिलसिला जारी है. इसमें भी आंध्रप्रदेश लगातार अव्वल बना हुआ है. यहां गैस लीक के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें असमय ही लोग मौत के मुंह में समा गए हैं. ऐसी ही एक घटना चित्तूर जिले से सामने आई है. यहां के डेरी प्लांट से गैस लीक हो गई है. 

गैस के प्रभाव से बेहोश हो गए मजदूर
जानकारी के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित डेरी प्लांट से गैस लीक घटना सामने आई है. इस हादसे में कई लोगों की तबीयत खराब हुई है. गैस के प्रभाव से बेहोश हुए लोगों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक, 14 मजदूर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते अस्पताल में भर्ती हुए हैं. इनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं.

डेरी पर काम कर रहे थे 14 मजदूर
चित्तूर के कलेक्टर नारायण भारत गुप्ता ने इस घटना के बारे में बताया है. उन्होंने कहा कि डेरी पर जो 14 मजदूर काम कर रहे थे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से 3 हालत गंभीर है लेकिन खतरे से बाहर हैं. जमीनी स्तर की स्थिति की समीक्षा उद्योग विभाग के महाप्रबंधक और अग्निशमन विभाग के अधिकारी करेंगे.'

इस हादसे में करीब 25 लोग प्रभावित हुए हैं. पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश नारा ने इस हादसे पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि लोगों ने बताया कि स्थिति बहुत खराब हो गई थी. जो भी इस घटना में प्रभावित हुए हैं उन्हें बेहतर इलाज मिलना चाहिए.'

विशाखापट्टनम गैस लीक कांड भूला नहीं अभी
आंध्र प्रदेश में लगातार गैस लीक की घटनाएं जारी हैं. इससे पहले 7 मई को विशाखापट्टनम के एलजी पॉलिमर्स कंपनी के एक प्लांट में गैस लीक होने की वजह से 11 लोगों की मौत हो गई थी. रिसाव की शुरुआत 7 मई को सुबह 2.30 बजे हुई थी. गैस रिसाव की चपेट में आस-पास के सैकड़ों लोग आ गए थे और कई लोग बेहोश हो गए थे.

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