इस चुनावी राज्य में कांग्रेस ने शुरू की तैयारी, जानें क्या है 'हर घर खटाखट कार्यक्रम'

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का 'खटाखट' बयान खूब वायरल हुआ था. अब युवा कांग्रेस की ओर से 'हर घर खटाखट' कार्यक्रम लॉन्च किया गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 24, 2024, 11:14 PM IST
  • कांग्रेस ने लॉन्च किया कार्यक्रम.
  • पार्टी नेताओं के साथ अहम बैठक.
इस चुनावी राज्य में कांग्रेस ने शुरू की तैयारी, जानें क्या है 'हर घर खटाखट कार्यक्रम'

रांची. लोकसभा चुनाव के बाद महज कुछ ही महीनों में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव भी होने हैं. इनमें झारखंड भी शामिल है. अब झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने सांगठनिक 'कल-पुर्जों' को दुरुस्त करने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने का अभियान शुरू कर दिया है. राज्य कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बुधवार को रांची में पार्टी के विधायकों, जिलाध्यक्षों एवं जिला प्रभारियों, ओबीसी और अनुसूचित जनजाति समुदाय के प्रबुद्ध लोगों के साथ अलग-अलग मैराथन बैठक की और उनसे चुनावी मुद्दों और पार्टी की रणनीति पर चर्चा की.

वायरल हुआ था राहुल का बयान
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का 'खटाखट' बयान खूब वायरल हुआ था. अब युवा कांग्रेस की ओर से 'हर घर खटाखट' कार्यक्रम लॉन्च किया गया, जिसके जरिए कार्यकर्ता झारखंड सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में प्रत्येक पंचायत, गांव एवं वार्ड में घर-घर जाकर बताएंगे. मीर ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए विपक्ष के पास मुद्दे नहीं हैं. वे जबरन भावनात्मक विषयों को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, उन्हें मौका नहीं देना है.

क्या बोले पार्टी प्रभारी
मीर के मुताबिक विपक्षी बीजेपी के हौसे पूरी तरह पस्त हैं. केंद्रीय बजट में झारखंड की उपेक्षा से यह बात सामने आ गई है कि यह राज्य उनकी प्राथमिकताओं में है ही नहीं. ऐसे में जरूरत है कि हम जनता को बताएं कि उनके साथ केंद्र की सरकार किस तरह अन्याय कर रही है. इसके अलावा राज्य कांग्रेस चीफ राजेश ठाकुर ने बैठकों में उन बिंदुओं को रखा, जिन्हें पार्टी की ओर से जनता तक पहुंचाया जाना है.

राज्य कांग्रेस चीफ ने गिनाए विकास कार्य
उन्होंने झारखंड सरकार की ओर से किए गए कार्यों, पिछड़ा, दलित, महिला और आदिवासियों से जुड़े मुद्दों पर पार्टी के स्टैंड, राज्य में केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई जैसे विषयों पर अपने पक्ष में सकारात्मक जनमत बनाने पर जोर दिया. इसके बाद जिला अध्यक्षों एवं जिला प्रभारियों, ओबीसी और अनुसूचित जनजाति समुदाय के प्रबुद्ध लोगों के साथ अलग-अलग बैठकें हुईं. कांग्रेस राज्य में सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है और एक बार फिर सरकार बनाने के प्रयासों में लगी हुई है.

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