आतंकिस्तान के खिलाफ एक हुए चीन और हिन्दुस्तान! सदमे में पाकिस्तान

हिंदुस्तान पर बुरी नजर रखने वाले पड़ोसी पाकिस्तान के लिए खलबली मचाने वाला मंजर सामने खड़ा है. पाकिस्तान अगले 14 दिन तक खून के आंसू रोएगा. क्योंकि पाकिस्तान के दोस्त ने हिन्दुस्तान से हाथ मिला लिया है. युद्ध के मैदान में भारत-चीन इन दिनों मेघालय में 'हैंड इन हैंड' हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 9, 2019, 04:59 AM IST
    1. आतंक के खिलाफ भारत-चीन का युद्धाभ्यास
    2. सदमे में इमरान का पाकिस्तान
    3. मेघालय में चल रहा है 'हैंड इन हैंड'
आतंकिस्तान के खिलाफ एक हुए चीन और हिन्दुस्तान! सदमे में पाकिस्तान

नई दिल्ली: आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के सबसे बड़े दोस्त चीन ने हिन्दुस्तान से हाथ मिला लिया है. पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की नींद उड़ी हुई है. क्योंकि पाकिस्तान का दूसरा नाम आतंकिस्तान है. और इसी आतंक के खिलाफ भारत और चीन ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज कर रहे हैं. भारत और चीन मेघालय में पाकिस्तानी आतंक के खिलाफ संयुक्त युद्धाभ्यास कर रहे हैं.

आतंक के खिलाफ भारत-चीन 'हैंड इन हैंड'

ये भारत-चीन का 8वां 'हैंड इन हैंड' युद्धाभ्यास है
आतंकवाद के खिलाफ भारत-चीन ये युद्धाभ्यास कर रहे हैं
'हैंड इन हैंड' युद्धाभ्यास में भारत की 100 से 120 इनफेंट्री बटालियन शामिल हैं
मेघालय के उमरोई में 14 दिन तक चलेगा युद्धाभ्यास

साल 2017 में ये युद्धाभ्यास नहीं हुआ था. आपको बता दें कि कि 73 दिन तक भारत-चीन के बीच डोकलाम को लेकर तलवारें खिंची थी. इसी वजह से 'हैंड इन हैंड' युद्धाभ्यास रद्द हुआ था. दुनिया का हर देश पाकिस्तान की आतंकी फितरत से वाकिफ है. इसलिए चीन ने पाकिस्तान के खिलाफ हिन्दुस्तान से हाथ मिला लिया है. और इस ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज़ का नाम भी 'हैंड इन हैंड' रखा गया है.

सदमे में पाकिस्तान

पाकिस्तान आए दिन भारत में घुसपैठ की कोशिश करता है. लिहाजा 'हैंड इन हैंड' युद्धाभ्यास में सेना के जवान आतंकियों को जिंदा पकड़ने की ट्रेनिंग करेंगे. और शूट एट साइट की प्रैक्टिस करेंगे. जिससे भारतीय फौज को हर हाल में फायदा होगा. आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में अगर सेना का जवान जख्मी हो जाए तो उसे कैसे बचाना है, इसकी भी ट्रेनिंग दी जाएगी.

दोनों देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ ये 8वां सालाना युद्ध अभ्यास है. जिसे 'हैंड इन हैंड' का नाम दिया गया है. 7 दिसंबर से शुरू हुआ ये अभ्यास 14 दिन तक चलेगा. फायदा ये होगा कि इस दौरान दोनों देशों की सेना आतंकवाद के खिलाफ अभियानों में अपने-अपने अनुभवों को एक दूसरे से बांटेगी. भारत की तरफ से 100 से 120 बटालियन इस युद्धाभ्यास से शामिल हुई हैं.

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साल 2018 में चीन में हुआ था युद्धाभ्यास

पिछले साल 2018 में हैंड इन हैंड एक्सरसाइज चीन के चेंगड़ में हुआ था. जहां भारत ने पहली बार अपनी नगा रेजीमेंट के सैनिकों को चीन में अभ्यास के लिए भेजा है. पूर्वी कमांड के नगा रेजीमेंट की दूसरी बटालियन के 175 जवानों को इसमें शामिल किया गया था. जबकि चीन के चेंगडू मिलिटरी रीजन की 14 कोर के जवानों ने इस अभ्यास में हिस्सा लिया था.

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