नई दिल्लीः दिल्ली में मंगलवार को महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और पीएम मोदी के बीच करीब डेढ़ घंटे की मीटिंग हुई. इस बैठक में मराठा आरक्षण, तूफानों से हुए नुकसान और वैक्सीनेशन जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मीटिंग की खास बात ये थी कि एक दिन पहले मुलाकात का शेड्यूल हुआ और दोनों ने मीटिंग अकेले में की.
मैं नवाज से नहीं मिलने गया थाः उद्धव
पीएम मोदी के साथ हुई इस मीटिंग पर जब सवाल उठे तो महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ने कहा कि , 'भले ही हम राजनीतिक रूप से साथ नहीं हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमारा रिश्ता खत्म हो गया है. मैं कोई नवाज शरीफ से थोड़े ही मिलने गया था, जो छिपकर मिलता. यदि मैं उनसे व्यक्तिगत मुलाकात करता हूं तो इसमें क्या गलत है?'
इन मुद्दों पर हुई चर्चाः
बताते हैं कि दोनों के बीच चली इस मुलाकात में मराठा आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा हुई.
We may not be politically together but that doesn't mean our relationship has broken. 'Main koi Nawaz Sharif se nahi milne gaya tha' (I didn't go to meet Nawaz Sharif). So if I meet him (PM) separately in person, there is nothing wrong with it: Maharashtra CM Thackeray in Delhi pic.twitter.com/zQQir5t5ZD
— ANI (@ANI) June 8, 2021
साथ ही मेट्रो कार शेड परियोजना-3 के लिए जगह की मांग, क्रॉप इंस्योरेंस, NDRF के क्षतिपूर्ति के नियमों में ढील देने औरमराठी भाषी लोगों को एलीट क्लास में रखे जाने समेत कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई.
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केंद्र सकारात्मक भूमिका निभाए: चव्हाण
मराठा आरक्षण उपसमिति के अध्यक्ष अशोक चव्हाण भी इस मीटिंग में थे. उन्होंने इस मुलाकात के बाद कहा कि मराठा आरक्षण और OBC आरक्षण को लेकर केंद्र सरकार को सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए. डिप्टी CM अजित पवार ने GST पर कहा कि हमारा 24 हजार करोड़ रुपए का हिस्सा मिलना बाकी है, इसे जल्द दिया जाना चाहिए.
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मराठा आरक्षण पर मदद मांगी
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में मराठा आरक्षण के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. उद्धव इस मसले पर प्रधानमंत्री मोदी की मदद चाहते हैं. मराठा आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की समीक्षा के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दिलीप भोसले ने अपनी रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार को सौंप दी है. इसमें पुनर्विचार याचिका दायर करने की सिफारिश है.
बता दें कि आज सुबह ही उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र से अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली रवाना हुए थे. इससे पहले भी उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अपील की थी कि केंद्र सरकार को मराठा आरक्षण बहाल करने के लिए दखल देना चाहिए.
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