श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में आतंकवादी संगठनों और उनके आकाओं पर सेना और पुलिस भारी पड़ रही है. लगातार घाटी में आतंकवादियों का सफाया किया जा रहा है. इससे आतंकी और उनके पालनकर्ता बौखला गए हैं. ये लोग अब आम नागरिकों और जनप्रतिनिधियों को निशाना बनाने की साजिश कर रहे हैं. इस बीच मनोज सिन्हा ने जम्मू कश्मीर के नए उपराज्यपाल का कार्यभार संभाल लिया है.
सरपंचों से मुलाकात करेंगे मनोज सिन्हा
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज राज्य के सरपंचों से मुलाकात करने जा रहे हैं. यह मुलाकात शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (एसकेआईसीसी) में होगी. गौरतलब है कि कई सरपंच आतंकियों के रडार पर हैं. बीते दिनों में कई सरपंचों ने आतंकियों से डरकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से इस्तीफा दे दिया है.
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भाजपा नेताओं पर हमला करने की साजिश
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादी राष्ट्रवादी और भारत प्रेमी नेताओं को निशाने पर ले रहे हैं. राजनीतिक कार्यकतार्ओं और पंचायत के सदस्यों को अपनी जान का खतरा है. पिछले महीने उत्तरी कश्मीर के बांदीपोर जिले के लिए भाजपा नेता और पार्टी के एक पूर्व जिलाध्यक्ष वसीम बारी को आतंकवादियों ने मार दिया था. जम्मू-कश्मीर के पंच और सरपंच को आतंकी हमले का डर है.
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डर के मारे भाजपा से इस्तीफ़ा दे रहे नेता
लोकतंत्र के लिए ये बहुत खतरनाक संकेत है कि आतंकवादी और असामाजिक तत्वों के डर से जनप्रतिनिधियों को अपनी मूल विचारधारा और मूल वैचारिक पार्टी से इस्तीफा देना पड़ रहा है. 6 अगस्त को ही दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड के वेसू में आतंकवादियों ने एक भाजपा सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
इस वजह से अब तक करीब 40 बीजेपी नेता और कार्यकर्ता इस्तीफा दे चुके हैं. इस्तीफा देने वाले इन नेताओं में बीजेपी महासचिव बड़गाम और महासचिव एमएम मोर्चा बड़गाम शामिल थे.