बिजनौरः उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की चीफ जुडिशल मैजिस्ट्रेट कोर्ट (सीजेएम) में फायरिंग से हड़कंप मच गया. इस दौरान बसपा नेता की हत्या के आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह पूरी वारदात उस वक्त हुई, जब सीजेएम कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही थी. सीजेएम योगेश कुमार इस फायरिंग में बाल-बाल बच गए. वारदात के बाद कोर्ट परिसर के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. हत्या को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपियों ने सरेंडर कर दिया.
कोर्ट रूम में 25 से 26 राउंड फायरिंग
बिजनौर सीजेएम कोर्ट में मंगलवार दोपहर सब कुछ ठीक चल रहा था. कोर्ट रूम में हत्या के आरोपी शाहनवाज के मामले की सुनवाई चल रही थी. शाहनवाज पर बसपा नेता अहसान अहमद और उनके भांजे की हत्या का आरोप है. इसी दौरान अचानक गोलियों की आवाज से कोर्ट रूम में अफरा-तफरी मच गई. लोग इधर-उधर अपनी जान के लिए भागने लगे. बदमाशों ने आरोपी शाहनवाज को कोर्ट के अंदर गोलियों से छलनी कर दिया. कोर्ट के अंदर ताबड़तोड़ 25 से 26 राउंड गोलियां चलाई गईं.
जज के सामने दरवाजा बंद करके मर्डर
बताया जा रहा है कि दुस्साहसिक वारदात के दौरान जज के सामने ही दरवाजा बंद करके पेशी पर आए आरोपी शाहनवाज की हत्या को अंजाम दिया गया. शाहनवाज की गिनती मऊ से बाहुबली बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी के तौर पर भी होती थी. कोर्ट के मोहर्रिर भी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए हैं. सीजेएम कोर्ट में वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अमले में हड़कंप मच गया. मौके पर भारी पुलिस बल को भेजा गया. इसके साथ ही एसपी भी वहां पहुंच गए.
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28 मई को बीएसपी नेता की हुई थी हत्या
बिजनौर में इसी साल 28 मई को बीएसपी नेता हाजी एहसान और उनके भांजे शादाब की उनके दफ्तर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बाइक पर सवार तीन युवक हाथ में मिठाई का डिब्बा लेकर आए थे, जिसमें हथियार छिपा हुआ था. वारदात से पहले युवकों ने अंदर जाकर पूछा था कि हाजी एहसान कौन हैं और डिब्बे में से पिस्टल निकालकर दोनों पर गोलियां बरसा दी थीं. अहसान प्रॉपर्टी डीलर का भी काम करते थे.
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