नई दिल्ली. ट्विन टावर को लेकर तैयारी लगभग पूरी हो गई है. अब 28 तारीख को तय तिथि पर ही ट्विन टावर को गिराया जाएगा. ट्विन टावर के अंदर बन पिलर्स में होल करके उनके अंदर विस्फोटक को भरा गया है. साथ ही उनमें वायरिंग करके उन्हें आपस में कनेक्ट किया गया है.
सभी पिलर्स को फाइबर शीट से ढका जाएगा
ट्विन टावर के अंदर के जितने भी पिलर हैं, उन्हें फाइबर शीट से ढका गया है. ताकि मलबा फोर्सफुली भी बाहर न आ सके. नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी ने आज ट्विन टावर का निरीक्षण किया था . उनके साथ एडीफिस कंपनी के लोग भी मौजूद थे.
तस्वीर में साफ दिख रही हैं अंदर की वायरिंग
ट्विन टावर के अंदर की जो भी तस्वीर मिली हैं उसमें अंदर की वायरिंग को साफ तौर पर देखा जा सकता है. किस तरीके से विस्फोटक भरने के बाद कॉलम को फाइबर शीट से ढका गया है और फिर उनमें वायरिंग की गई है. होल्स में वायरिंग की गई है.
ब्लास्ट माइक्रोसेकेंड्स में होंगे कि पता नहीं चल पाएगा
कॉलम को फाइबर शीट से ढका गया, ताकि मलबा बाहर न आए. रिमोट कंट्रोल से बटन ट्रिगर होने के बाद होंगे एक-कर ब्लास्ट. लेकिन यह ब्लास्ट एक के बाद एक इतने माइक्रोसेकेंड्स में होंगे कि पता नहीं चल पाएगा कि ब्लास्ट एक के बाद एक हो रहे हैं. जानकारी के मुताबिक पहला ब्लास्ट सियान टावर के बेसमेंट में होगा. फिर सभी कॉलम में ब्लास्ट स्लांट वे में होता चला जाएगा.
9 सेकंड तक होगा ब्लास्ट, फिर 5 सेकंड में इमारत जमींदोज
सियान के ग्राउंड फ्लोर से शुरू होते हुए एपेक्स टावर के टॉप पर होगा ब्लास्ट. 9 सेकंड तक ब्लास्ट होता रहेगा और उसके बाद 4 से 5 सेकेंड में पूरी बिल्डिंग जमींदोज हो जायेगी.
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