दिल्ली: भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है. पीएम मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर के लिये ट्रस्ट का ऐलान किया. इस ट्रस्ट का नाम श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र होगा और यही भव्य राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी उठाएगा. लोकसभा में बहुप्रतीक्षित राम मंदिर के लिये ट्रस्ट बनाने का प्रस्ताव रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम सभी जानते हैं श्री राम भारत की मर्यादाओं और संस्कारों में बसे हैं. अयोध्या की महत्ता और इसके ऐतिहासिक ,धार्मिक विशेषता से हम सभी परिचित हैं.
मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ जमीन देने पर योगी की मुहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर ट्रस्ट के गठन का ऐलान करने के साथ ही योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या के रौनाही में पांच एकड़ जमीन देने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. लोक भवन में उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बैठक में इस फैसले को हरी झंडी दी गई. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए न्यास बनाने की घोषणा के साथ ही योगी आदित्यनाथ सरकार ने मस्जिद के लिए भी पांच एकड़ जमीन देने का एलान किया. अयोध्या के पास लखनऊ हाईवे पर रौनाही के धन्नीपुर में ये जमीन है.
67.7 एकड़ जमीन भी इसी ट्रस्ट को मिलेगी
1991 से 1993 के बीच केंद्र की तत्कालीन पीवी नरसिम्हा राव सरकार ने विवादित स्थल और उसके आसपास की करीब 67.703 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था. मोदी सरकार ने 2.77 एकड़ की विवादित जमीन के साथ ही इसे भी हिंदू पक्ष को देने का फैसला किया है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष की मांग थी कि उसे इसी 67.703 एकड़ इलाके में 5 एकड़ जमीन मिलनी चाहिए. यह मांग सरकार ने खारिज कर दी है.
रामभक्तों में अपार खुशी
Uma Bharti on PM Modi announces constitution of Ram Temple trust: It is a day of immense pride and happiness. Now, we are ready for 2nd trial involving me and Advaniji. We will do whatever we can. I have said this from the beginning that we are ready to be even hanged for this. pic.twitter.com/gHuFSjBwPH
— ANI (@ANI) February 5, 2020
मोदी सरकार के ऐलान सुनकर अयोध्या समेत पूरे देश के राम भक्त खुशी से झूम उठे क्योंकि उनकी सालों पूरानी इच्छा अब पूरी होने जा रही है. जल्द ही करोंड़ों राम भक्तों को भव्य राम मंदिर के दर्शन होंगे. राम मंदिर आंदोलन से लम्बे समय तक जुड़ी रहीं उमा भारती ने कहा कि यह बेहद गर्व और खुशी का दिन है. हम जो कर सकते हैं, हम करेंगे।. मैंने शुरू से ही यह कहा है कि हम राम मंदिर के लिए फांसी पर भी चढ़ने को तैयार हैं.
जय श्रीराम के नारों से गूंज उठी लोकसभा
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिसमें से एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा। सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने वाले ऐसे अभूतपूर्व निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी को अनेक अनेक बधाई देता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) February 5, 2020
आपको बता दें कि जैसे ही पीएम मोदी ने ट्रस्ट बनाने का ऐलान किया तुरंत सदल जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा. मंत्री गिरिराज सिंह सेत कई सांसदों ने जोर से श्री राम की जयकार लगाई और सरकार के प्रस्ताव का स्वागत किया. लेकिन इस प्रस्ताव पर भी असदुद्दीन ओवैसी राजनीति और वोटबैंक साधने की कोशिश में बयानबाजी कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि करोड़ों लोगों का सदियों का इंतजार शीघ्र ही समाप्त होगा और वे प्रभु श्री राम की जन्मभूमि पर उनके भव्य मंदिर में दर्शन कर पाएँगे.
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