नई दिल्ली: कोराना की दूसरी लहर की चपेट में देश के आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा की कोरोना की दूसरी वेव तूफान की तरह आई है लेकिन लेकिन इससे घबराने की नहीं धैर्य के साथ सामना करने की जरूरत है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में ये बात स्पष्ट कर दी की सरकार की कोशिश लॉकडाउन नहीं लगाने की है. उन्होंने राज्य सरकारों से कहा है कि कोई विकल्प न बचे उसी परिस्थिति में राज्य सरकारें लॉकडाउन का कदम उठाएं.
जीवन को बचाना जरूरी है लेकिन लोगों की आजीविका भी बचाना है. ऐसे में दिल्ली और महाराष्ट्र में छोटे लॉकडाउन लगने के बाद प्रवासी मजदूरों ने पिछले साल की तरह पलायन शुरू कर दिया है. ऐसे में पीएम ने राज्य सरकारों से मजदूरों के अंदर भरोसा जगाए रखने की अपील की.
पीएम ने कहा, मेरा राज्य प्रशासन से आग्रह है कि वो श्रमिकों का भरोसा जगाए रखें, उनसे आग्रह करें कि वो जहां हैं, वहीं रहें. राज्यों द्वारा दिया गया ये भरोसा उनकी बहुत मदद करेगा कि वो जिस शहर में हैं वहीं पर अगले कुछ दिनों में वैक्सीन भी लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा.'
दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बाद आनंद विहार बस अड्डे पर हजारों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था, सब अपने घर जाना चाहते हैं. उनके अंदर पिछले साल की तरह देशव्यापी लॉकडाउन लगने का डर है.
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