अगले 20 साल में तेजस समेत 350 विमान खरीदने पर विचार कर रही वायुसेना

भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) अगले दो दशकों में घरेलू एयरोस्पेस उद्योग से करीब 350 विमानों की खरीद पर विचार कर रही है, जिसमें 83 हल्के लड़ाकू विमान तेजस भी शामिल हैं.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 8, 2021, 09:49 PM IST
  • वायु सेना प्रमुख बोले- उत्तर में पड़ोसी देशों को देखते हुए हमारे पास होनी चाहिए आला दर्जे की टेक्नोलॉजी
  • एयर चीफ मार्शल ने विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने पर दिया जोर
अगले 20 साल में तेजस समेत 350 विमान खरीदने पर विचार कर रही वायुसेना

नई दिल्लीः भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) अगले दो दशकों में घरेलू एयरोस्पेस उद्योग से करीब 350 विमानों की खरीद पर विचार कर रही है, जिसमें 83 हल्के लड़ाकू विमान तेजस भी शामिल हैं. वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर. के. एस. भदौरिया (RKS Bhadauria) ने बुधवार को यह जानकारी दी.

चीनी चुनौतियों का किया जिक्र
भारतीय एयरोस्पेस क्षेत्र विषय पर एक सम्मेलन में वायु सेना प्रमुख ने अपने संबोधन में चीन (China) से मिल रहीं चुनौतियों के मद्देनजर भारतीय वायु सेना की संपूर्ण ताकत को और मजबूती देने के लिए विषम क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, 'उत्तर में पड़ोसी देशों को देखते हुए, हमारे पास आला दर्जे की प्रौद्योगिकियां होनी चाहिए, जिन्हें सुरक्षा कारणों से हमारे अपने उद्योग द्वारा देश में ही बनाया जाना चाहिए.' 
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विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना अगले दो दशकों में देश से ही लगभग 350 विमान खरीदने पर विचार कर रही है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह एक मोटा-मोटा अनुमान है.

'तेजस के और विकसित होने की संभावना'
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि तेजस हल्के लड़ाकू विमान परियोजना ने भारत में एयरोस्पेस उद्योग में भरोसा पैदा किया है और यह भी विश्वास जगाया है कि इसके और विकसित होने की असीम संभावनाएं हैं.

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सोसायटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (SIDM) और सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज (CAPS) की तरफ से आयोजित सेमिनार में उन्होंने कहा, 'मेरे विचार से हम अगले दो दशक में कम से कम 350 विशिष्ट विमान खरीदने पर गौर कर रहे हैं और इसमें हल्के लड़ाकू विमान (LCA) भी शामिल हैं.' उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन विमानों का वह जिक्र कर रहे थे, उनमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाए जा रहे विमान भी शामिल हैं.

फरवरी में 83 तेजस विमान खरीदने का हुआ था सौदा
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि एलसीए कार्यक्रम ने सैन्य विमानन को फिर से परिभाषित किया है और बजट तथा पारिस्थितिकी के संदर्भ में यह एयरोस्पेस उद्योग का प्रमुख कार्यक्रम होगा. सरकार ने फरवरी में सरकारी एयरोस्पेस उद्योग हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से 83 तेजस हल्के लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा किया था, जो अब तक का सबसे बड़ा स्वदेशी रक्षा खरीद कार्यक्रम है.

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