पश्चिम बंगाल भर्ती घोटाला: ED की जांच तेज, TMC के एक और विधायक तलब, कांग्रेस हुई हमलावर

चटर्जी को भुवनेश्वर स्थित एम्स में उनकी अच्छी तरह से चिकित्सकीय जांच के बाद सुबह साढ़े छह बजे कोलकाता लाया गया और फिर सीधे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी के दफ्तर ले जाया गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 26, 2022, 08:31 PM IST
  • TMC के एक और विधायक तलब
  • पार्था चटर्जी की मुश्किलें बढ़ीं
पश्चिम बंगाल भर्ती घोटाला: ED की जांच तेज, TMC के एक और विधायक तलब, कांग्रेस हुई हमलावर

कोलकाता. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से मंगलवार को पूछताछ की. सूत्रों ने यह जानकारी दी. इसके अलावा सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व प्रमुख और नादिया जिले से विधायक माणिक भट्टाचार्य को भी इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है. चटर्जी को भुवनेश्वर स्थित एम्स में उनकी अच्छी तरह से चिकित्सकीय जांच के बाद सुबह साढ़े छह बजे कोलकाता लाया गया और फिर सीधे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी के दफ्तर ले जाया गया.

पार्थ चटर्जी से पूछताछ की जा रही है. केंद्रीय एजेंसी के अनुरोध पर एक विशेष ईडी अदालत ने सोमवार को चटर्जी और मुखर्जी दोनों को तीन अगस्त तक उसकी हिरासत में भेज दिया था. जांच एजेंसी ने दलील दी थी कि शिक्षक भर्ती में कथित घोटाले में शामिल पैसा कहां-कहां गया है, इसका पता लगाने के लिए दोनों से पूछताछ करने की जरूरत है. कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के तहत चटर्जी को डिजिटल माध्यम से विशेष अदालत में पेश किया गया था जबकि मुखर्जी को अदालत ले जाकर न्यायाधीश के सामने पेश किया गया था.

उच्च न्यायालय ने रविवार को निर्देश दिया था कि चटर्जी को भुवनेश्वर स्थित एम्स ले जाया जाए जहां सोमवार को विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टर उनकी चिकित्सकीय जांच करें. ईडी ने चटर्जी को पश्चिम बंगाल सरकार के एसएसकेएम अस्पताल भेजने के मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (प्रभारी) अदालत के आदेश को चुनौती दी थी. उनके वकीलों ने दावा किया था कि वह बीमार हैं. एजेंसी ने जोर देकर कहा था कि कौन से अस्पताल ले जाना है इसका निर्देश अदालत नहीं दे सकती है.

एम्स, भुवनेश्वर के चिकित्सकों ने कहा कि चटर्जी गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, लेकिन उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है. चटर्जी को स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के भर्ती अभियान में अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. जब नियुक्तियों में कथित घोटाला हुआ था, उस समय तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के पास शिक्षा महकमे का जिम्मा था.

सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व प्रमुख और नादिया जिले से विधायक भट्टाचार्य को बुधवार दोपहर में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी के दफ्तर में उसके अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. ईडी ने 22 जुलाई को भट्टाचार्य के आवासीय परिसरों पर छापे मारे थे. उसने भर्ती घोटाले में कथित रूप से शामिल अन्य लोगों के यहां भी छापेमारी की थी. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मंत्री पार्थ चटर्जी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है.

ममता को लिखे पत्र में अधीर ने कहा कि स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) द्वारा भर्ती प्रक्रिया में ‘अनियमितताएं’ ‘एक खुला सत्य’ है. इस बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि मामले की समयबद्ध जांच हो. उन्होंने कहा, 'यह अस्वीकार्य है कि मामले की जांच सालों तक चलती रहे. मुझे उम्मीद है कि सच जल्द सामने आएगा.' 

उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री चटर्जी की गिरफ्तारी का राज्य विधानसभा के विधायी मामलों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. विधानसभा अध्यक्ष ने चटर्जी की गिरफ्तारी का मजाक उड़ाने वाले विपक्षी दलों पर बिना नाम लिए निशाना साधा और कहा, 'जो आज हंस रहे हैं, हो सकता है कि वे कल न हंसें. मुझे इस प्रकरण (स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले) को लेकर संदेह है.'

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