तबलीगी जमात का बड़ा सच, बिना नक्शे के ही निजामुद्दीन में बना ली सात मंजिला बिल्डिंग

तबलीगी जमात संगठन पर संकट बढ़ता दिख रहा है. राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में इसका मुख्यालय है. सूत्रों का कहना है कि यहां मरकज की इमारत का निर्माण कार्य नियमों का उल्लंघन कर किया गया था. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 5, 2020, 06:57 PM IST
    • यह कुल 7 मंजिला इमारत है. सूत्रों के मताबिक जानकारी मिली है कि इस इमारत के सिर्फ दो फ्लोर का नक्शा पास है.
    • जिस जगह पर मरकज की इमारत बनी है, वह घनी आबादी वाला इलाका है. यहां गलियां बहुत संकरी हैं.
तबलीगी जमात का बड़ा सच, बिना नक्शे के ही निजामुद्दीन में बना ली सात मंजिला बिल्डिंग

नई दिल्लीः जिस तबलीगी जमात की वजह से देशभर में कोरोना संक्रमण फैला है. दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित उसकी बिल्डिंग के अवैध घोषित होने के आसार सामने आ रहे हैं. सामने आया है कि इमारत का निर्माण करने में नियमों के भारी उल्लंघन किया गया है.

इसके बाद तबलीगी जमात संगठन पर संकट बढ़ता दिख रहा है. राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में इसका मुख्यालय है. सूत्रों का कहना है कि यहां मरकज की इमारत का निर्माण कार्य नियमों का उल्लंघन कर किया गया था. 

दक्षिणी दिल्ली निगम कर रहा है कार्रवाई की तैयारी
मामला उठने के बाद दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) मरकज की बिल्डिंग पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है. सूत्रों के अनुसार, मरकज की इमारत दो प्लॉट जोड़कर बनाई गई है. जबकि यह कुल 7 मंजिला इमारत है. सूत्रों के मताबिक जानकारी मिली है कि इस इमारत के सिर्फ दो फ्लोर का नक्शा पास है.

साथ ही मरकज की इस इमारत का कभी हाउस टैक्स भी नहीं भरा गया. निगम के मुताबिक पहले इस जगह सिर्फ एक मस्जिद थी और उसके बाद यहां पर एक मदरसा बनाया गया. 

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70 फीसदी किया गया अवैध निर्माण
बाद में यहां पर तकरीबन 70 फ़ीसदी अवैध निर्माण करके मरकज की इमारत बनाई गई. सूत्रों का कहना है कि इस इमारत के अवैध निर्माण को तोड़ने की तमाम कागजी कार्रवाई शुरू हो चुकी है. दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात मरकज से भागे जमातियों को दिल्ली पुलिस का एक कॉन्स्टेबल बॉर्डर पार कराने की कोशिश कर रहा था.

इस कॉन्स्टेबल को भी शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था. अफसरों ने शुरुआती जांच के बाद पाया कि मरकज के प्रबंधकों को कई बार इमारत के निर्माण वाली जगह के मालिकाना हक के दस्तावेज देने को कहा गया, लेकिन प्रबंधकों ने कभी भी निगम को मालिकाना हक के दस्तावेज नहीं सौंपे. ऐसे में इस जमीन के मालिकाना हक पर भी सवाल उठने लगे हैं. 

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आग लगने पर होगा बड़ा हादसा
जिस जगह पर मरकज की इमारत बनी है, वह घनी आबादी वाला इलाका है. यहां गलियां बहुत संकरी हैं. अगर किसी दिन इमारत में आग लग गई तो बड़ा हादसा होगा, क्योंकि इस इमारत में हर समय हजारों लोग मौजूद रहते हैं. मरकज के प्रबंधकों के पास इमारत के निर्माण के लिए फायर एनओसी है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है.

विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर एनओसी नहीं हुई तो जल्द ही इस इमारत के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में स्थाई समिति के डिप्टी चैयरमैन ने बताया कि सामने आया है कि मरकज की इमारत का नक्शा पास नहीं है. पुरानी शिकायतों पर उस समय के अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की, अगर ऐसा है तो उसकी भी जांच करवाई जाएगी. 

 

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