अब गंगा के मिजाज ने लोगों को डराया! बारिश और बाढ़ का आतंक जारी है

सितंबर का महीना शुरू हो गया है लेकिन बारिश और बाढ़ का आतंक जारी है. पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश का दौर जारी है. जिसके चलते नदियां आपे से बाहर हो रही हैं. गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश का तांडव देखा जा रहा, तो यूपी में अब गंगा का मिजाज लोगों को डरा रहा है..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 3, 2020, 03:38 PM IST
    • वाराणसी में उफान पर गंगा का पानी
    • प्रयागराज में गंगा का रौद्र रूप
    • गुजरात में बारिश और बाढ़ का तांडव
अब गंगा के मिजाज ने लोगों को डराया! बारिश और बाढ़ का आतंक जारी है

नई दिल्ली: देश के मैदानी राज्यों से लेकर पहाड़ी राज्य तक इस समय बारिश और बाढ़ से बेहाल हैं. अधिकतर राज्यों में भारी बारिश से नदियां-नाले उफान पर हैं. सड़कों पर सैलाब के पानी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है.

वाराणसी में उफनती गंगा ने डराया

पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश का असर अब मैदानों में नजर आने लगा है. वाराणसी में गंगा नदी के तेवर बिगड़ने लगे हैं. गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. काशी में गंगा खतरे के निशान से कुछ ही दूर रह गई है. उफनती गंगा ने अब अपने तट पर बने मंदिरों और घाटों को आगोश में लेना शुरू कर दिया है. घाट किनारे के सभी छोटे-बड़े मंदिरों में गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है.

दशाश्वमेध घाट स्थित शीतला माता मंदिर की मुख्य सीढ़ियां पूरी तरह डूब चुकी हैं. पितृपक्ष शुरू हो चुका है. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग पितरों के तर्पण के लिए काशी पहुंच रहे हैं, लेकिन घाट डूबे होने की वजह से लोगों को तर्पण आदि के लिए कितनी परेशानी उठानी पड़ रही है.

गंगा की लहरों में समाया मणिकर्णिका घाट

मणिकर्णिका घाट भी गंगा की लहरों में समा चुका है. इस घाट पर बने श्मशान घाट के प्लेटफार्म गंगा के पानी में डूब गए हैं. जिससे लोगों को अंतिम संस्कार के लिए भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. मणिकर्णिका घाट पर केवल 10 प्लेटफार्म बचे हैं. जो ऊंचाई वाली जगह स्थित हैं. आस-पास के जिलों से बड़ी संख्या में लोग यहां दाह संस्कार के लिए आते हैं लेकिन घाट के डूब जाने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है.

प्रयागराज में गंगा ने धारण किया रौद्र रूप

गंगा ने प्रयागराज में भी रौद्र रुख धारण कर लिया है. दो घंटे प्रति सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही गंगा के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में करीब 50 सेंटीमीटर बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यमुना के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. गंगा और यमुना में आए उफान से इनका पानी तटीय इलाकों में घुसने लगा है.

संगम जाने वाले सभी रास्ते करीब आधा किलोमीटर तक डूब गए हैं. संगम के आस पास के सभी पक्के घाट भी गंगा और यमुना के बढे हुए पानी की चपेट में आ गए हैं. तटीय इलाकों में बसी बस्तियां डूबने लगी हैं. कच्चे घरों के तो गिरने का खतरा भी पैदा हो गया है.

गुजरात में बारिश का कहर जारी है

गुजरात में बुधवार को 39 तालुकाओं में जोरदार बारिश हुई. ये सिलसिला पिछले कई दिनों से जारी है. जिससे वडोदरा में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. विश्‍वामित्री नदी का पानी आने से जिले के निचले इलाके पूरी तरह पानी में डूब गए हैं. वड़ोदरा के करजण स्थित पूरा गांव में नर्मदा के पानी ने पैठ बना ली है. नदी के पानी ने गली मोहल्लों में पैठ बना ली है. जिसके चलते लोग जहां-तहां फंस गए हैं.

एनडीआरएफ की टीमें लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाने के काम में जुटी हैं. करजण इलाके से सैकड़ों लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है.

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग ने तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है. दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गोवा में भी भारी बारिश की आशंका है. इसके साथ ही दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान में आंधी तूफान का अलर्ट जारी हुआ है.

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