चार साल पहले कट गया था विधानसभा का टिकट, अब बने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री

उत्तराखंड में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत को नया मुख्यमंत्री चुना गया है. बुधवार को 10वें मुख्यमंत्री के रूप में तीरथ सिंह रावत ने शपथ ली.

Written by - Adarsh Dixit | Last Updated : Mar 10, 2021, 04:34 PM IST
  • 2017 के विधानसभा चुनाव में नहीं मिला था टिकट
  • RSS के प्रचारक रह चुके हैं तीरथ सिंह रावत
चार साल पहले कट गया था विधानसभा का टिकट, अब बने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री

नई दिल्ली: भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने उत्तराखंड की सत्ता की चाबी त्रिवेंद्र सिंह रावत के हाथ से लेकर तीरथ सिंह रावत को सौंप दी है. तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) पौड़ी गढ़वाल से भाजपा से सांसद हैं. 

2017 के विधानसभा चुनाव में नहीं मिला था टिकट

सबसे बड़ी बात ये है कि जिन तीरथ सिंह रावत को भाजपा ने उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री नियुक्त किया है उन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला था. तीरथ (Tirath Singh Rawat) की जगह पर कांग्रेस से आए सतपाल महराज को टिकट दिया गया था.

इसके बावजूद उन्होंने न तो पार्टी छोड़ी और न ही पार्टी से बगावत की बल्कि सतपाल महाराज को जिताने में अहम भूमिका अदा की. इसी का नतीजा है कि बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया और 2022 के विधानसभा चुनाव का पूरा जिम्मा तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) को सौंप दिया. 

पौड़ी गढ़वाल से सांसद थे तीरथ

2017 में शानदार जीत के बाद पीएम मोदी और अमित शाह ने त्रिवेंद सिंह रावत को उत्तराखंड की सत्ता का मुखिया बना दिया. चार साल उन्होंने राज्य सरकार चलाई. 2019 के लोकसभा चुनाव के समय भाजपा ने तीरथ को टिकट देकर सांसद बनाया. तीरथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 

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RSS के प्रचारक रह चुके हैं तीरथ 

उल्लेखनीय है कि साल 1983 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बतौर युवा प्रचारक के रूप में अपनी पारी की शुरुआत की. रावत अपनी छात्र राजनीति का भी हिस्सा रहे. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद से ही उन्होंने संघ के साथ जुड़कर बतौर सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करना शुरू कर दिया.  महज 20 साल की उम्र में 1983 में संघ के प्रांत प्रचारक बन गए. वो छात्र संघ मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे. तीरथ सिंह रावत 90 के दशक में चले अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े और दो साल जेल मे भी रहे.

पत्रकारिता की पढ़ाई कर चुके हैं तीरथ

गौरतलब है कि उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत गढ़वाल यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ ऑर्ट्स (B.A) था और बिरला कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल से समाजशास्त्र विषय से पोस्ट ग्रेजुएट कर चुके हैं. इसके अलावा पत्रकारिता में भी उनके पास डिप्लोमा की डिग्री है. तीरथ सिंह ने शुरू में पत्रकार बनने का सपना देखा लेकिन बाद में संघ में आ गये और प्रचारक बन गये. उनकी पत्नी भी पेशे से प्रवक्ता हैं. 1997 में वह संयुक्त उत्तर प्रदेश से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) चुने गए थे और उत्तराखंड राज्य का गठन होने के बाद वह वर्ष 2000 की भाजपा की सरकार में राज्य के पहले शिक्षा मंत्री बने था. 

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