नई दिल्ली. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का ताजा बयान एक नए राजनीतिक विवाद को जन्म दे सकता है. तेजस्वी ने कहा है कि हाल में बिहार में कराए टीचर्स रिक्रूटमेंट एग्जाम में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश से आए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी स्थिति इसलिए पैदा हुई क्योंकि पड़ोसी राज्य हिंदू-मुस्लिम और बुल्डोजर पॉलिटिक्स में व्यस्त है. तेजस्वी ने परोक्ष रूप से यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है.
तेजस्वी यादव ने कहा-हम यूपी से आ रहे कई अभ्यर्थियों को देखकर काफी खुश हैं. उनकी राज्य सरकार हिंदू-मुस्लिम और बुल्डोजर में व्यस्त है. दरअसल तेजस्वी यादव से हाल में हुई परीक्षा को लेकर सवाल पूछा गया था. यह परीक्षा करीब एक लाख पदों के लिए हुई है जिसमें करीब दस लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया है. इसमें बड़ी संख्या अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों की भी रही है.
तेजस्वी ने किया था दस लाख नौकरियों का वादा
बता दें कि साल 2020 में चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव ने दस लाख नौकरियां देने का वादा किया था. तेजस्वी यादव ने राज्य बीजेपी चीफ सम्राट चौधरी के उस बयान को भी बकवास बताया है जिसमें उन्होंने (सम्राट) ने कहा था कि आजादी 1947 के तीन दशक बाद मिली थी जब जनता पार्टी ने कांग्रेस की सरकार को सत्ता से हटाया था.
नीतीश को संयोजक बनाने के सवाल पर नहीं दिया जवाब
विपक्षी गठबंधन की पिछली दो बैठकों में पिता लालू प्रसाद यादव और सीएम नीतीश कुमार के साथ शामिल रहे तेजस्वी यादव ने कहा है कि वह अगली बैठक पर ध्यान दे रहे हैं. हालांकि तेजस्वी ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन का संयोजक बनाया जा सकता है.
विपक्ष की अहम बैठक 31 को
बता दें कि विपक्षी गठबंधन की अहम बैठक मुंबई में होने जा रही है. पटना और बेंगलुरु के बाद यह विपक्ष की तीसरी बैठक होगी. इस बैठक में सीट शेयरिंग जैसी अहम बात पर गंभीर चर्चा हो सकती है. माना जा रहा है कि कई दलों के करीब 80 से ज्यादा नेता इस बैठक में शिरकत कर सकते हैं. बैठक की मेजबानी शिवसेना का उद्धव गुट कर रहा है.
ये भी पढ़ेंः 5.5 बिलियन डॉलर की राफेल-M डील पर चर्चा के लिए भारत आए थे फ्रेंच अधिकारी: रिपोर्ट
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.