UCC News: इन 5 लोगों ने तैयार किया है UCC का ड्राफ्ट, जानें किसका क्या बैकग्राउंड?

UCC Committee Members: उत्तराखंड में UCC का ड्राफ्ट एक कमेटी ने बनाया है. इस कमेटी में 5 लोगों को जगह दी गई थी. इसमें रिटायर्ड जज और IAS भी शामिल हैं. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 6, 2024, 12:08 PM IST
  • 5 सदस्यों की कमेटी ने बनाया ड्राफ्ट
  • इसमें रिटायर्ड जज और IAS भी शमिल
UCC News: इन 5 लोगों ने तैयार किया है UCC का ड्राफ्ट, जानें किसका क्या बैकग्राउंड?

नई दिल्ली: UCC Committee Members: उत्तराखंड में आज भाजपा की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने समान नागरिक सहिंता या यूनिफार्म सिविल कोड (UCC) का बिल पेश कर दिया है. हालांकि, इस ड्राफ्ट को उत्तराखंड का मंत्रिमंडल पहले ही मंजूरी दे चुका है. ऐसे में हर किसी कि दिलचस्पी इसमें होगी इस बिल को किसने तैयार किया है? आइए, जानते हैं कि इस बिल के पीछे किन लोगों का दिमाग है. 

कमेटी ने तैयार किया ड्राफ्ट
UCC के ड्राफ्ट को तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई गई थी. इस कमेटी में 5 लोगों को जगह दी गई थी. इन्होंने 20 महीने में UCC का ड्राफ्ट तैयार किया है. इस कमेटी की अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजना प्रकाश देसाई हैं. रिपोर्ट को इंग्लिश में बनाया गया था, लेकिन बाद में कहा गया कि इसका हिंदी में भी अनुवाद करें. इसी कमेटी ने रिपोर्ट का हिंदी नुवाद भी किया, ताकि कहीं किसी वाक्य का दूसरा अर्थ न निकाला जाए.   

UCC की कमेटी में ये 5 लोग

1. रिटायर्ड जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई
UCC का ड्राफ्ट तैयार करने वाली कमेटी की अगुवाई रंजना प्रकाश ही कर रही हिं. उन्होंने गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से साल 1973 में लॉ की डिग्री हासिल की. फिर 1979 में बॉम्बे हाईकोर्ट में सरकारी वकील बनीं. साल 1996 में न्यायमूर्ति देसाई को बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रमोशन मिला. फिर साल 2011 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति का पद मिला. रंजना प्रकाश जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश, और मणिपुर के परिसीमन आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. 

2. रिटायर्ड जस्टिस प्रमोद कोहली
रिटायर जस्टिस प्रमोद कोहली ने 1972 में जम्मू विश्वविद्यालय से लॉ की. राज्यपाल शासन के दौरान 1990 में बो जम्मू-कश्मीर के एडिश्नल एडवोकेट जनरल बनाए गए. फिर वो राज्य के एडवोकेट जनरल भी बने. कोहली माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के कानूनी सलाहकार रहे. 2003 में वो जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट के एडिश्नल जज बने. इसके बाद वो झारखंड, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में भी रहे. 2011 में कोहली सिक्किम हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने. यहीं से रिटायर हो गए.

3. रिटायर्ड IAS शत्रुघ्न सिंह
शत्रुघ्न सिंह ने IIT खड़गपुर से इंजीनियरिंग की है. उत्तराखंड कैडर के 1983 बैच के IAS शत्रुघ्न 2015 में उत्तराखंड के मुख्य सचिव बने. रिटायरमेंट के बाद मुख्य सूचना आयुक्त बने. पूर्व CM तीरथ सिंह रावत के मुख्य सलाहकार भी रहे. शत्रुघ्न सिंह अयोध्या की राम मंदिर निर्माण समिति के सदस्य भी हैं.

4. मनु गौड़
मनु गौड़ टैक्सपेयर्स एसोसिएशन ऑफ भारत के चेयरमैन हैं. यह भारत में टैक्सपेयर्स की के लिए काम करने वाला रजिस्टर्ड संगठन है. मनु गौड़ जनसंख्या नियंत्रण के लिए पहले पितृत्व विधेयक का ड्राफ्ट बना चुके हैं. साल 2012 से ही वो UCC और जनसंख्या नियंत्रण के लिए काम कर रहे हैं.

5. डॉ. सुरेखा डंगवाल
डॉक्टर सुरेखा डंगवाल देहरादून के दून यूनिवर्सिटी की कुलपति हैं. वो हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी में इंग्लिश, मॉडर्न यूरोपीय और अन्य विदेशी भाषाओं की विभागाध्यक्ष भी रही हैं.

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