नई दिल्ली. एक महीना याने तीस दिन. तीस दिन काफी हैं इस दुष्ट महामारी से निपटने के लिए. इसके दो कारण हैं - एक तो ये देश जिस के नेतृत्व में संचालित हो रहा है वह व्यक्तित्व असाधारण है और नरेंद्र मोदी नामक हमारा यह प्रधानमंत्री इस युद्ध में हमें पराजित नहीं होने देगा. दूसरा कारण ये है कि शुरुआत ही भारत की इतनी अच्छी हुई है कि अब आगे बस इसी तरह सावधानी और समझदारी से आगे बढ़ना है, तब तीन से चार हफ्तों में दुनिया भी सुनेगी चीन के बाद दूसरा शुभ समाचार कोरोना पर भारत की विजय का.
कोरोना का प्रथम चरण पूरा हुआ
कोरोना के संक्रमण का प्रथम चरण अर्थात भारत में इसके विषैले पैरों का पदार्पण हो चुका है. अब चल रहा है दूसरा चरण जो है जंग का. देश इस महामारी से जंग की तैयारी कर रहा है और अब यह जंग शुरू भी हो गई है. कोरोना वायरस भारत में फ़ैल तो रहा है लेकिन कामयाब नहीं हो पा रहा है. यद्यपि भारत के 15 राज्य इस विषाणु की चपेट में आ गए हैं किन्तु सवा सौ करोड़ के देश में सवा सौ लोग ही इसके शिकार हुए हैं. और अब तक भारत में तीन ही कोरोना मौतें हुई हैं.
वायरस का सेकंड स्टेज शुरू हुआ है
डॉक्टरों और मेडिकल एक्सपर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना का सेकंड स्टेज शुरू हुआ है. हमारे पास इसके रोकथाम के लिए अधिकतम 30 दिन हैं. अगर हम सभी लोग मिल कर इन तीस दिनों में सरकार के निर्देशों ईमानदारी से पालन करते हैं और वास्तव में शिद्द्त से इस कोरोना के विरुद्ध युद्ध में अपना योगदान देते हैं तो हम अवश्यमेव इन तीस दिनों में इसके संक्रमण को रोकने में कामयाब हो सकेंगे. अगर ऐसा न हो सका तो अवश्य परिस्थितियां बहुत विकट हो सकती हैं.
तीसरा चरण नहीं आने देना है
भारत का प्रयास है कि भारत में कोरोना का तीसरा चरण न आ सके, अर्थात देश में इसे फैलने से रोकना है, बस. हर भारतीय नागरिक की कोशिश ये रहनी चाहिए कि हम कोरोना वायरस को देश में फैलने से रोकेंगे और सरकार के इस बड़े अभियान में पूरी तत्परता से अपनी भूमिका निभाएंगे. मेडिकल एक्टपर्ट और वैज्ञानिक कहते हैं कि भारत में कोरोना वायरस अभी तीसरे स्टेज में नहीं पहुंचा है. तीसरा स्टेज वह होगा जब भारत के लोगों में संक्रमण फ़ैल जाएगा. अभी यह सिर्फ उन लोगों में ही फैला है जो बाहर से भारत में आये हैं. इसलिए भारत सरकार के साथ ही भारत के नागरिकों को भी इस बड़े काम में लगना होगा क्योंकि ये हमारे ही जीवन की रक्षा का प्रश्न है.