नई दिल्लीः राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए चल रही दौड़ में से बाबा बालकनाथ के बाहर होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसकी वजह बाबा बालकनाथ का ट्वीट है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें. मुझे अभी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है.
अटकलों पर विराम लगाने का प्रयास
चुनाव परिणाम आने के बाद से राजस्थान में मुख्यमंत्री का चयन करने को लेकर बीजेपी में चर्चाओं और बैठकों का दौर जारी है. वहीं बाबा बालकनाथ के राजस्थान के सीएम पद की दौड़ में होने की चर्चा चल रही थी लेकिन अब उन्होंने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया है और उनके सीएम बनने को लेकर लगाई जा रहीं अटकलों पर विराम लगाने का प्रयास किया है.
पार्टी व प्रधानमंत्री @narendramodi जी के नेतृत्व में जनता-जनार्धन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया।चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नज़र अंदाज़ करें।मुझे अभी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।
— Yogi Balaknath (@MahantBalaknath) December 9, 2023
'पीएम के मार्गदर्शन में अनुभव पाना है'
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, पार्टी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनता-जनार्दन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया. चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें. मुझे अभी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है.
विधानसभा चुनाव में हासिल की थी जीत
बता दें कि बाबा बालकनाथ ने राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में तिजारा सीट से जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी इमरान खान को हराया था. इसके बाद उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दिया था क्योंक वह 2019 में बीजेपी के टिकट पर अलवर से लोकसभा चुनाव जीते थे.
नाथ संप्रदाय से आने वाले बाबा बालकनाथ रोहतक के मस्तनाथ मठ के महंत हैं. साथ ही वह बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के चांसलर भी हैं. उन्होंने साढ़े छह साल की उम्र में संन्यास से ले लिया था और अपना घर छोड़कर आश्रम चले गए थे. उनकी छवि राजस्थान में एक फायरब्रांड नेता की है.
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