बंगलुरु. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय कर्नाटक दौरे पर हैं. इस दौरान मोदी बेंगलुरु में डीआरडीओ के एक कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होने न केवल युवा सैन्य-वैज्ञानिकों के हौसले बढाए बल्कि उनसे जो स्वयं पीएम मोदी ने अपेक्षाएं की हैं और जो उम्मीदें देश को उनसे हैं, उन आकांक्षाओं को भी अपने सम्बोधन में प्रस्तुत किया.
दौरे के पहले दिन सिद्ध गंगा मठ के दर्शन
प्रधानमंत्री ने अपने कर्नाटक दौरे के प्रथम दिन तुमकुर स्थित सिद्ध गंगा मठ में दर्शन किये. वहां उन्होंने एक जनसभा में भी लोगों को सम्बोधित किया. साथ ही जो सबसे अहम काम था वह भी सम्पन्न किया प्रधानमंत्री ने अर्थात प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की तीसरी किस्त भी किसानों को उन्होंने प्रदान की.
डीआरडीओ में बोले पीएम मोदी
प्रथम दिन ही प्रधानमंत्री बंगलुरु स्थिति डीआरडीओ के एक कार्यक्रम में भी सम्मिलित हुए. युवा सैनिक वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में हमें 21वीं सदी की व्यवस्थाओं को तैयार करना होगा. उन्नीसवीं सदी की व्यवस्था 21वीं सदी के बदले और अत्याधुनिक परिवेश में काम नहीं कर सकती. इसीलिए तीनों सेनाओं में समन्वयन स्थापित करने का लक्ष्य लेकर हमने सीडीएस का पद बनाया है.
''आप नया कीजिये, सरकार आपके साथ है''
प्रधानमंत्री मोदी ने युवा वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपकी क्षमताएं अनंत हैं, इसे याद रखते हुए आप अपने दायरे को बढ़ाइये. पंख खोलकर आसमान में परवाज़ का हौसला दिखाइए, मैं आपके साथ हूँ, सरकार आपके साथ है. पीएम मोदी ने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं आगे चल कर हवा और समुद्र के साथ-साथ साइबर और स्पेस भी दुनिया के स्ट्रेटजिक डायनमिक्स का आधार बनने वाले हैं. और उसी तरह इंटिलिजेंस मशीन भी सुरक्षा के क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाने वाली है. भारत इस इनोवेशन के माहौल में कैसे पीछे रह सकता है!
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