प्रतिबंधित हिंदी फिल्म की रील मिली साठ साल के बाद

गायक और अभिनेता किशोर कुमार की एक बड़े बजट वाली पुराने दौर की फिल्म मिल गई है और जो ख़ास बात इसके साथ जुडी है वो ये है कि इस फिल्म की सभी कॉपीज़ नष्ट कर दी गई थी और एक बची हुई कॉपी जिसे बरसों से ढूंढा जा रहा था, अब जाकर हांथ आई है.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 6, 2020, 06:58 AM IST
    • बेगुनाह नाम था इस प्रतिबंधित फिल्म का
    • लीड रोल में थे किशोर कुमार और शकीला
    • बरामद फिल्म में मुकेश गाते नज़र आये
    • 1957 में बैन हुई थी यह फिल्म
प्रतिबंधित हिंदी फिल्म की रील मिली साठ साल के बाद

मुंबई. ओल्ड इज़ गोल्ड. ये सच बात है. जितनी शिद्द्त से हमें बीते वक्त की तलाश रहती है आज के लम्हे और कल की उम्मीद से भी उतना प्यार नहीं होता. पुरानी हिंदी फिल्म्स आज भी दिल को छू लेती हैं और हिंदी फिल्मों के दीवाने आज भी पुरानी फ़िल्में चुन चुन कर देखते हैं. अब साठ साल बाद किशोर कुमार की एक प्रतिबंधित फिल्म की रील मिल गई है जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

'बेगुनाह' है नाम इस फिल्म का 

1960 में बनी इस फिल्म का नाम है बेगुनाह जिसके बारे में अदालत में शिकायत की गई थी कि यह एक हॉलीवुड फिल्म की नक़ल करके बनाई गई फिल्म है. इस पर अदालत में केस भी चला था और फिर इस फिल्म के विरोधियों ने मुकदमा जीत लिया और कोर्ट के आदेश पर इसकी सभी कॉपीज़ को नष्ट करना पड़ा था.

शकीला और किशोर कुमार थे लीड रोल में 

बेगुनाह नाम इस प्रतिबंधित फिल्म में किशोर कुमार और शकीला मुख्य भूमिका में थे. इसका संगीत दिया था जयकिशन ने.

बरामद फिल्म में मुकेश गाते नज़र आये

बेगुनाह की क्लिप को जब देखा गया तो इसमें संगीत निर्देशक जयकिशन पियानो बजाते नज़र आये वहीं दूसरी तरफ शकीला डांस करती दिखीं और साथ में गायक मुकेश 'ऐ प्यासे दिल बेजुबान' के गीत की प्लेबैक सिंगिंग करते हुए दिखे.

1957 में बैन हुई थी यह फिल्म 

1957 में मुंबई हाईकोर्ट द्वारा बेगुनाह पर रोक लगा दी गई थी. इस फिल्म के सभी प्रिंट अदालत ने नष्ट करने का फरमान सुनाया था. फिर भी हैरानी की बात है कि सभी प्रिंट्स नष्ट करने के बाद भी एक प्रिंट यह किस तरह बचा रह गया.

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