नई दिल्ली. माना जा रहा था कि दुनिया के हर कोरोना संक्रमित देश की तरह ही फ्रांस भी कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को काबू करने में व्यस्त रहा है इसलिए आशंका थी कि इस महामारी के कारण भारत के साथ हुई राफेल जेट की डिलीवरी सही समय पर नहीं हो पाएगी. इस भ्रान्ति को निराधार बताते हुए फ्रांस ने कहा है कि जैसा तय हुआ था, बिलकुल वही होगा और भारत को राफेल जेट की डिलीवरी तय वक्त पर ही मिलेगी.
फ्रांस के राजदूत ने दी जानकारी
कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को काबू करने की फ्रांस की व्यस्तता से उसके दूसरे महत्वपूर्ण कार्य रुकेंगे नहीं. कोरोना के कारण राफेल जेट की डिलीवरी में देरी होने की आशंका को निराधार बताते हुए भारत में फ्रांस के राजदूत एमैनुएल लेनैन ने कहा है कि फ्रांस भारत को 36 राफेल विमानों की डिलीवरी निर्धारित वक्त पर ही करेगा. उन्होंने कहा कि राफेल जेट की डिलीवरी को लेकर जो रूपरेखा तैयार की गई थे, फ्रांस उसका लगातार पालन कर रहा है.
प्रथम विमान समय पर ही दे दिया गया है
फ्रांस के राजदूत ने बताया कि जो डील हुई थी उसका पालन करते हुए फ्रांस ने अप्रैल 2020 के अंत तक एक राफेल जेट भारत को दे दिया था. पहला राफेल विमान अक्टूबर 2019 को भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को प्रदान कर दिया गया था. अभी चौंतीस विमान और भरते को भेजे जाने हैं.
पहली खेफ जल्दी आ रही है
राजदूत लेनैन के अनुसार फ्रांस शीघ्र ही चार राफेल विमानों की पहली खेप भारत लाने की व्यवस्था कर रहे हैं और इस सिलसिले में भारतीय वायुसेना के साथ उसका समन्वय लगातार बना हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई कारण दिखाई नहीं देता जिसके कारण तय शेड्यूल बिगड़ सकता हो. भारत ने फ्रांस से 36 राफेल जेट्स खरीदे हैं, इसमें 30 लड़ाकू और छह ट्रेनर विमान हैं.
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