नई दिल्ली. भारतीय रेल को धन्यवाद है कि फल और सब्जियों के मालवहन के लिए आज से रेल सेवा की शुरुआत की जा रही है. ये देश के फल और सब्जी उत्पादकों के साथ साथ देश के फल-सब्जी विक्रेताओं के लिए भी खुशखबरी है. आज सात अगस्त को भारतीय रेल अपनी प्रथम 'किसान रेल सेवा’ शुरू करने जा रही है जो कि पहली बार महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच चलने वाली रेलगाडी होगी.
वित्त मंत्री ने की थी घोषणा
छह माह पूर्व फरवरी में इस वर्ष का बजट प्रस्तुत करते समय यह घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा कर दी गई थी. उन्होंने बताया था कि जल्द ही जल्दी खराब होने वाले फल एवं सब्जियों जैसे उत्पादों के मालवहन के लिए एक विशेष रेल सेवा शुरू की जायेगी जिसका नाम 'किसान रेल सेवा' होगी. इसमें सार्वजनिक निजी भागीदारी तो होगी ही साथ ही किसान उपज के परिवहन हेतु शीत भंडारण की व्यवस्था भी होगी.
योजना पर आज कार्यान्वयन
रेल किसान योजना पर चल रही तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और आज सात अगस्त को इस योजना के कार्यान्वयन का दिन है. रेल मंत्रालय ने इस संबंध में दिए गए वक्तव्य में बताया है कि यह रेल साप्ताहिक आधार पर चलेगी और इसका श्री गणेश आज दिन में ग्यारह बजे देवलाली से दानापुर के लिए संचालन के साथ हो जाएगा.
डेढ़ हज़ार किलोमीटर का होगा सफर
रेल मंत्रालय के वक्तव्य से पता चला है कि यह रेलगाड़ी देवलाली से शुरू हो कर लगभग डेढ़ हज़ार किलोमीटर की यात्रा करते हुए बत्तीस घंटे बाद अगले दिन शाम को बिहार के दानापुर पहुंच जायेगी. यह विशेष कृषक योजना शीघ्र खराब होने वाले कृषि उत्पादों हेतु बेहतर आपूर्ति को दृष्टि में रख कर शुरू की गई है.