बीमार बेटी की वजह से एक मां बन गई उद्यमी

लुधियाना की हरजौत कौर की बेटी को दूध और बिस्कुट से एलर्जी थी. उन्होंने बीमार बेटी के लिए ऐसे स्वादिष्ट केक तैयार किए कि उन्हें पूरा इलाका पहचानने लगा.    

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 15, 2020, 09:04 PM IST
    • बीमार बेटी के लिए बनाया खाना, सबने किया पसंद
    • युवा उद्यमी बन गईं हरजौत कौर
    • यूनिक हैं प्रोडक्ट, बिना केमिकल के बनाती हैं डिश
    • शुरूआत में बेटी के लिए बनाया, लेकिन अब जुड़ गए ग्राहक
बीमार बेटी की वजह से एक मां बन गई उद्यमी

हिसार: अगर किसी मां के सामने उसकी बच्ची की हालात ऐसी हो जाए कि वो उसे जो भी खिलाएं वो पचा ना पाएं.  ऐसे में उस बेबस मां पर क्या गुजरती होगी, ऐसी ही कहानी लुधियाना की रहने वाली हरजौत कौर की है. लेकिन उन्होंने इस समस्या को ही एक मौके में तब्दील कर दिया. 

युवा उद्यमी बन गईं हरजौत कौर
कुछ कर गुजरने की अगर चाहत रखी जाए, तो रास्ता अपने आप बनता चला जाता है.  कुछ ऐसी ही कहानी लुधियाना की रहने वाली हरजौत कौर गंभीर की है.  हरजौत कौर गंभीर युवा स्वरोजगार उद्यमी के तौर पर उभर कर सामने आई है. 
अपनी कामयाबी की कहानी का जिक्र करते हुए हरजौत कौर की बेटी को दूध और दूसरे पदार्थो से एलर्जी थी. अगर वो बिस्कुट खाती तो ​बीमार हो जाती थी. हरजौत कौर ने जब इस बात का हल ढूंढना शुरू किया और एक के बाद एक करके खाने की कई डिश बना डाली, जो आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है. 

यूनिक हैं प्रोडक्ट, बिना केमिकल के बनाती हैं डिश 
युवा उद्यमी हरजोत कौर गंभीर के बनाए प्रोडक्ट यूनिक है. वह मिल्क प्रिजेटिव प्रोडक्ट या फिर किसी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल नहीं करती. जो केक वो बनाती हैं, जो चकुंदर और फलों से बनते है. उनके बनाए हुए बिस्कुट भी ऐसे है, जो बिना किसी चीनी के बनते हैं. साथ ही वो जैम भी बनाती है, वो भी बेहद यूनिक तरीके से. 

उनके प्रोडक्ट्स की खासियत यह है कि हरजौत कौर इनमें आर्टिफिकेशल या फिर किसी प्रकार का केमिकल का इस्तेमाल वो नहीं करती.  वो अपने उत्पादों में ओट्स और डाइफ्रूटस डालती हैं. कौर ने बताया कि ​उनके प्रोडक्ट्स की तुलना अमेरिका और अरब देशों के खाद्य पदार्थों से की जाती है. 
  
शुरुआत में बेटी के लिए बनाया, लेकिन अब जुड़ गए ग्राहक
हरजौत कौर ने बताया कि शुरूआत में तो उन्होंने अपनी बेटी के लिए ये सब बनाया.  लेकिन घर में दूसरे लोगों को टेस्ट करवाया तो सभी को अच्छा लगा.  फिर उन्होंने सोचा क्यों​ ना दूसरों के लिए भी इसे तैयार किया जाए. अब एक साल में ही 198 कस्टमर उनके साथ जुड गए हैं. 
हरजौत कौर के प्रोडक्ट अब कॉरपोरेट कंपनी में भी जाने लगे है.  उनकी डिश की डिमांड अंबाला, लुधियाना, चंडीगढ़ और पंचकूला से भी आने लगी है. जिस बेटी के लिए उन्होंने यह कार्य शुरू किया था, आज वो बच्चे भी उनकी मदद करते हैं. हरजौत कौर ने अब 'ज्योतिज डिलिशियस बाइट्स' नाम से प्रोडक्ट बनाने शुरू कर दिए है. वो कहती है कि उनका सपना है कि उनके उत्पाद सभी के लिए उपलब्ध हों. 

हरजौत कौर गंभीर उन सभी माताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं, जो किसी विकट परिस्थिति का सामना करने से घबरा जाती है. उम्मीद है कि इनसे दूसरे लोग भी प्रेरणा लेंगे. 

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