अब तम्बाकू से भी बन गई कोरोना की वैक्सीन

ये कमाल भी ब्रिटेन में ही हुआ है जहां तम्बाकू का इस्तेमाल अत्यन्त उपयोगी प्रयोजन में हुआ है और कोरोना की वैक्सीन बना ली गई है. अब इसके इंसानी परीक्षण की अनुमति मांगी गई है..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 1, 2020, 08:07 AM IST
    • लकी स्ट्राइक सिगरेट बनाती है कम्पनी
    • किसी भी समय मिल सकती है ह्यूमन ट्रायल की अनुमति
    • प्री-क्लीनिकल ट्रायल से उम्मीद जगी
    • अलग ढंग से बनी है वैक्सीन
अब तम्बाकू से भी बन गई कोरोना की वैक्सीन

नई दिल्ली.  साढ़े तीन माह पूर्व अप्रैल में इंग्लैण्ड में कहा गया था कि वहां एक प्रायोगिक कोविड-19 वैक्सीन बनाने पर कार्य शुरू हो गया है. ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको नाम की कंपनी की सब्सडियरी कंपनी केंटकी बायोप्रोसेसिंग ने ये बात कही थे. अब उसने अपना कार्य पूर्ण कर लिया है और ह्यूमन ट्रायल के लिए आवेदन कर दिया है. 

लकी स्ट्राइक सिगरेट बनाती है कम्पनी 

ये कम्पनी जिसने कोरोना की वैक्सीन तंबाकू से बनाई है, लंदन में लकी स्ट्राइक नामकी सिगरेट बनाती है. इस कम्पनी ने दावा किया है कि उसने  तंबाकू की पत्तियों से निकाले गए प्रोटीन से कोरोना की ये वैक्सीन बना ली है. 

किसी भी समय मिल सकती है अनुमति

तम्बाखू से कोरोना की वैक्सीन बना लेने की खबर फैलते ही लकी स्ट्राइक सिगरेट कम्पनी की लोकप्रियता इंग्लैण्ड में बहुत बढ़ गई है. कम्पनी के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर किंग्सले व्हीटन ने मीडिया से बताया कि उनकी कंपनी ने अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से ह्यूमन ट्रायल की अनुमति प्राप्त करने के लिए आवेदन कर दिया है और किसी भी वक्त कम्पनी को ये अनुमति प्राप्त हो सकती है. 

प्री-क्लीनिकल ट्रायल से उम्मीद जगी 

व्हीटन ने विश्वास जाहिर किया कि उनकी कम्पनी के द्वारा बनाई गई इस टोबैको कोरोना वैक्सीन को ह्यूमन ट्रायल के लिए अनुमति मिल जाएगी और यह वैक्सीन दुनिया को कोरोना महामारी से बचाने में कामयाब हो जायेगी. उन्होंने बताया कि प्री-क्लीनिकल ट्रायल में कोरोना वायरस के खिलाफ उनकी वैक्सीन को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है.

अलग ढंग से बनी है वैक्सीन 

कंपनी का दावा है कि हम जिस तरीके से वैक्सीन बना रहे हैं वो अलग है. हमने तंबाकू के पौधे से प्रोटीन निकालकर उसे कोविड-19 वैक्सीन के जीनोम के साथ मिक्स कराया है. जिससे हमारी वैक्सीन तैयार हुई है. हमने कुछ जेनेटिक इंजीनियरिंग की है.

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