नई दिल्ली: राजस्थान सरकार पर खतरे के बादल छाए हुए हैं. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को उनके दोनों पदों से कांग्रेस बर्खास्त कर दिया है. इससे ये स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस में युवा और प्रतिभाशाली नेताओं पर उम्रदराज बुजुर्ग नेता अब भी हावी हैं.
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मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद सचिन पायलट के साथ बदसलूकी दर्शाती है कांग्रेस पूरी तरह गांधी परिवार तक ही सीमित रह गयी है. सचिन पायलट के साथ हुए इस बर्ताव पर कांग्रेस में ही सिर फुटव्वल शुरू हो गया है. शशि थरूर और जितिन प्रसाद समेत कई नेता पायलट के समर्थन में खुलकर उतर आए हैं.
शशि थरूर ने सचिन पायलट की मेहनत को सराहा
I am sad to see @SachinPilot leave @INCIndia. I consider him one of our best & brightest, and wish it had not come to this. Instead of parting, he should have joined the effort to make the Party a better& more effective instrument for his, and our, dreams.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) July 14, 2020
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने सचिन पायलट के समर्थन में लिखा है कि मैं सचिन पायलट के कांग्रेस पार्टी छोड़ने से दुखी हूं. मैं उन्हें अपना एक बेहतर और प्रतिभाशाली नेता मानता हूं. पार्टी से अपनी राह जुदा करने से बेहतर होता कि वो पार्टी को बेहतर और मजबूत बनाने की दिशा में काम करते. इससे उनके, हमारे सबके सपने पूरे होते.
जितिन प्रसाद ने भी सचिन पायलट का दिया साथ
Sachin Pilot is not just a collegues but my friend. No one can take away the fact that all these years he has worked with dedication for the party. Sincerely hope the situation can still be salvaged. Sad it has come to this...
— Jitin Prasada जितिन प्रसाद (@JitinPrasada) July 14, 2020
पूर्व केंद्रीय मंत्री और गांधी परिवार के करीबी रहे जितिन प्रसाद ने भी सचिन पायलट का साथ दिया है. उन्होंने कहा कि मेहनत करने वाले नेताओं का सम्मान होना चाहिए. सचिन पायलट पार्टी के बहुत ऊर्जावान नेता हैं और हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं. सचिन पायलट के इस तरह जाने से मैं दुखी हूं. उन्हें पर्याप्त सम्मान देना चाहिए.
जितिन प्रसाद, शशि थरूर और संजय निरुपम के अतिरिक दबे स्वर में कई नेता अशोक गहलोत के बजाय सचिन पायलट का साथ दे रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजनैतिक लड़ाई में कांग्रेस ने सचिन पायलट से वो सब छीन लिया, जो पिछले 6-7 वर्षों में कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने हासिल किया था. हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक सचिन पायलट को पार्टी से नहीं निकाला है, हालांकि सचिन पायलट पर कांग्रेस ने जो कार्रवाई की है, उससे पार्टी के कई नेताओं ने असंतोष जाहिर किया है.