नई दिल्ली: DCGI ने कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है, कोरोना की 2 वैक्सीन को मंजूरी मिलने पर सियासत गरमा गई है. कांग्रेसी नेताओं ने सवाल उठाए हैं. कोई कांग्रेसी नेता वैक्सीन को मंजूरी देने पर सवाल खड़ा कर रहा है, तो कोई कांग्रेसी नेता वैक्सीन को राहत बता रहा है. ऐसे में वैक्सीन पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं की राय बंट चुकी है.
कोरोना वैक्सीन पर छिड़ गई जंग
DCGI ने कोरोना की दो वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) और कोविशील्ड को मंजूरी दे दी, जिसपर सियासी घमासान छिड़ चुका है. DCGI ने ये साफ कर दिया है कि दोनों वैक्सीन इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है. इमरजेंसी इस्तेमाल को DCGI ने मंजूरी दी, तो कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने वैक्सीन पर सवाल उठा दिए. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया है कि वैक्सीन को जल्द मंजूरी देना खतरनाक है. थरूर ने लिखा है कि तीसरे चरण से पहले मंजूरी देना ठीक नहीं है.
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कांग्रेस नेता शशि थरूर ने वैक्सीन (Vaccine) पर किस तरह से सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि 'भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण अभी तक नहीं हुआ है. कोवैक्सीन को समय से पहले मंजूरी देना खतरनाक हो सकता है. डॉ हर्षवर्धन इस संबंध में स्पष्टीकरण दें. कोरोना वैक्सीन का ट्रायल पूरा होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए. भारत को इस दौरान एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल करना चाहिए.'
The Covaxin has not yet had Phase 3 trials. Approval was premature and could be dangerous. @drharshvardhan should please clarify. Its use should be avoided till full trials are over. India can start with the AstraZeneca vaccine in the meantime. https://t.co/H7Gis9UTQb
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 3, 2021
वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया है कि वैक्सीन को मंजूरी देने में अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ है. जयराम रमेश ने भी कोरोना वैक्सीन को इजाजत देने को लेकर सवाल उठाए हैं, उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'भारत बायोटेक प्रथम श्रेणी का उद्यम है, लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि तीसरे चरण के परीक्षणों से संबंधित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत प्रोटोकॉल कोवैक्सीन के लिए संशोधित किए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को इसे बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए.'
'सियासी' ऑक्सीजन के लिए वैक्सीन बहाना!
DCGI के डायरेक्टर वी जी सोमानी का कहना है के ये वैक्सीन 110 फीसदी सुरक्षित हैं. लेकिन कांग्रेस को इसमें राजनीति करने का अवसर तलाशना था. लेकिन वैक्सीन पर अखिलेश के बयान को लेकर कांग्रेस नेता एकमत नहीं हैं. राशिद अल्वी ने अखिलेश का समर्थन किया है तो वहीं कांग्रेस (Congress) नेता KTS तुलसी ने बयान को वैज्ञानिकों का अपमान बताया है. ऐसे में वैक्सीन के नाम पर सियासत तेज होती जा रही है.
सीरम और भारत बायोटेक के वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है. अब देशभर में वैक्सीनेशन का सबसे बड़ा अभियान चलेगा, प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वैक्सीन के आने को हर भारतीय के लिए गर्व की बात बताते हुए कहा कि वैज्ञानिक बना रहे हैं आत्मनिर्भर भारत.. लेकिन कांग्रेस नेताओं और अखिलेश यादव को सिर्फ राजनीति से मतलब है. भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने भी कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया है.
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प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने ट्वीट कर लिखा है कि 'कांग्रेस का दीवालियापन। पहले वे भारत द्वारा बालाकोट एयर स्ट्राइक का सबूत मांगते थे। फिर पुलवामा हमले पर शंका जताई, अब वैक्सीन पर भी शंका जता रहे हैं। यह दीवालियापन नहीं तो क्या है?' वहीं शहनवाज हुसैन ने कहा कि ये नए साल में भारत की बहुत बड़ी सफलता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और भारत के साइंटिस्ट को बहुत बहुत बधाई. दुनिया में भारत ने 2 वेक्सीन लांच कर अपना डंका बजा दिया है.
वहीं भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा है कि 'अच्छी खबर है, भारत अग्रणी देशों में है, जहां वैक्सीन देने का इंतजाम है.' अखिलेश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि किसी नेता ने ऐसा गैरजिम्मेदाराना और बेवकूफी से भरा बयान दिया है, इनको राजनीति में रहने का कोई हक नहीं है. वहीं MLC आशुतोष सिन्हा के नपुंसक वाले बयान पर उन्होंने कहा कि MLC है और इस तरह का बयान दिया, पूरे देश की जनता शर्मसार है. अखिलेश को माफी मांगने चाहिए.
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वहीं इमरजेंसी अप्रूवल पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि पॉजिटिविटी काफी कम है और नंबर्स भी काफी कम है. अभी-अभी पता चला है, इमरजेंसी यूज़ की मंजूरी मिल गई है. दिल्ली सरकार की ओर से तैयारियां चल रही हैं. सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर फिर फ्रंट लाइन वर्कर और उसके बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 50 वर्ष से कम उम्र के कोमोरबिड लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
DCGI का बयान
वैक्सीन 110% सुरक्षित
वैक्सीन से मामूली एलर्जी संभव
सभी जरूरी ट्रायल के बाद मंजूरी दी गई
आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई
कैडिला के तीसरे चरण के ट्रायल को मंजूरी
(वी जी सोमानी, डायरेक्टर, DCGI)
जानकारी के अनुसार वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल चलता रहेगा. वैक्सीन के असर की लगातार जांच होती रहेगी. वैक्सीनेशन से जुड़े सभी आंकड़ों का अध्ययन होता रहेगा. स्वास्थकर्मियों को राहत देना, तीनों चरण के ट्रायल में कोई बड़ी दिक्कत नहीं हुई.
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तो वैक्सीन को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आमने सामने हैं. शनिवार को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने वैक्सीन पर सवाल उठाए थे, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि एक साथ 2 वैक्सीन को मंजूरी देने वाला भारत पहला देश बन गया है.
कोरोना वैक्सीन पर फाइनल मुहर लग चुकी है. लेकिन अखिलेश यादव ने कहा है कि वो वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, राशिद अल्वी ने वैक्सीन में साज़िश की बात कही है. और शशि थरूर ने ट्रायल पूरे होने की बात कही है. कांग्रेस नेता शशि थरूर और जयराम रमेश ने वैक्सीन पर सवाल उठाए. वहीं योगी ने कहा दो वैक्सीन को एक साथ मंजूरी देने वाला पहला देश भारत बना है. तो सवाल यही है कि वैक्सीन दल की या देश की?
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