नई दिल्ली: संसद के मॉनूसन सत्र का आज सातवां दिन है. मोदी सरकार (Modi Sarkar) ने कृषि संबंधित विधयकों (Agricultural bills) को राज्यसभा में पेश किया. संसद से लेकर सड़क तक इन विधेयकों का विरोध और समर्थन किया जा रहा है. कई विपक्षी दल कृषि विधेयकों के मुद्दे पर मोदी सरकार के साथ हैं तो कई राजनीतिक दलों ने इसका विरोध करने का फैसला किया है.
मोदी सरकार के साथ YSR कांग्रेस
Agricultural Bills के मुद्दे पर YSR कांग्रेस ने केंद्र सरकार का समर्थन किया है. पार्टी के सांसद विजयसाई रेड्डी ने कहा कि पूर्व की सरकार मिडलमैन का समर्थन करती थी. किसानों को अपने उत्पाद को लाइसेंस प्राप्त बिचौलियों और उनके कार्टेल को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा. YSR कांग्रेस और कांग्रेस के सांसदों के बीच विधेयक के मुद्दे पर झड़प हो गयी. कांग्रेस के सांसदों ने राज्यसभा में हंगामा किया.
Uproar by Congress MPs in Rajya Sabha after YSRCP MP VV Reddy says, "There is no reason for Congress to oppose these Bills. Congress is a party of middlemen 'dalals'."
Congress MP Anand Sharma demands apology from him.
Dr L Hanumanthaiah says, "nothing will go on record". pic.twitter.com/UajskpzFUF— ANI (@ANI) September 20, 2020
लोकसभा में पास हो चुके हैं दो विधेयक
आपको बता दें कि कृषि से जुड़े दो बिल लोकसभा से पहले ही पास हो चुके हैं. शिरोमणि अकाली दल जो बीजेपी की सबसे पुरानी सहयोगी थी, उसने बिल का विरोध किया. पार्टी की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. समाजवादी पार्टी, TRS, कांग्रेस समेत कई दल इसका विरोध कर रहे हैं.
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राज्यसभा में भी पास हो सकता है बिल
उल्लेखनीय है कि 245 सदस्यों वाले राज्यसभा में बीजेपी की अगुवाई वाले NDA के पास स्पष्ट बहुमत नहीं है, लेकिन कई क्षेत्रीय पार्टियों ने पिछले कई सेशन में सरकार का साथ दिया है. राज्य सभा में अभी बहुमत का आंकड़ा 122 है. दूसरी तरफ बीजेपी को AIADMK के 9 सांसदों, टीआरएस के 7, वाईएसआर कांग्रेस के 6, शिवसेना के 3, बीजू जनता दल के 9 और टीडीपी के 1 सांसद से समर्थन का भरोसा है. राज्यसभा में भाजपा के पास अकेले 86 सांसद हैं.