नई दिल्ली: साल के सबसे बड़े दिन लगा 2020 का पहला पूर्ण सूर्यग्रहण है. सुबह 9 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर दोपहर करीब 2 बजे तक रहेगा. उत्तराखंड में चारों धाम के कपाट बंद है, देशभर में कई मंदिर भी बंद हैं..
करीब 500 साल बाद एक अद्भुत सूर्यग्रहण
आज एक ऐतिहासिक दिन है. करीब 500 साल बाद एक अद्भुत सूर्यग्रहण लगने जा रहा है. अब से करीब पौने दो घंटे बाद यानी 10 बज कर 20 मिनट पर सूर्यग्रहण लगेगा, जो करीब 6 घंटे तक चलेगा. दिन में अंधेरा छा जाएगा और सूरज चांद के पीछे छिप जाएगा.
ये सूर्यग्रहण कुछ वक्त तक आंशिक और कुछ समय के लिए पूर्ण सूर्यग्रहण भारत में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कानपुर समेत कई शहरों में लोग इस सूर्यग्रहण को देख सकेंगे. हर जगह सूर्यग्रहण को देखने की तैयारियां हुई. खास तौर पर तारामंडलों में इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है. अब हम आपको ग्रहण के बारे वो सब बताएंगे, जो आप जानना चाहते हैं.
सूर्यग्रहण- पूरी जानकारी
कब से- 9.15 AM (आंशिक ग्रहण)
कब से- 10.15 (पूर्ण ग्रहण)
कब तक- 3.04 PM (आंशिक ग्रहण)
कब तक- 2.02 PM (पूर्ण ग्रहण)
पूर्ण प्रभाव- 12.02 PM
कितनी देर- करीब 6 घंटे
सूर्यग्रहण एक ऐसी घटना है जिसका संबंध विज्ञान औऱ धर्म दोनों से है. हम आपको दोनों के नजरिए से सूर्यग्रहण की व्याख्यान समझाते हैं. आज जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाएगी तो सूर्य कुछ समय के लिए ओझल हो जाएगा. आसमान में सूर्य किसी सुनहरे कंगन जैसा नजर आएगा. हम आपको बताते हैं कि सूर्यग्रहण क्यों लगता है.
क्यों लगता है सूर्यग्रहण?
- सूर्यग्रहण एक विशेष खगोलीय घटना
- चंद्रमा की गति की वजह से लगता है ग्रहण
- एक सीध में आ जाते हैं सूर्य,चंद्रमा, पृथ्वी
- सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है चंद्रमा
- कुछ देर के लिए ओझल हो जाता है सूर्य
- सूर्य आंशिक या पूर्ण रूप से नहीं दिखता है
यहां दिखाई देगा- दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, लखनऊ, कानपुर, कुरक्षेत्र, देहरादून
खगोल विज्ञान यानी एस्ट्रोनॉमी में दिलचस्पी रखऩे वाले लोगों के लिए ये बहुत बड़ा मौका है. क्योंकि इस तरह का ऐतिहासिक सूर्यग्रहण को देखने का मौका सदियों बाद मिलता है.
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