नई दिल्ली: दुनिया पर छाया कोरोना संकट विकराल होता जा रहा है. भारत के अलावा बाकी देशों में कीड़े मकोड़ों की तरह इंसानी जानें जा रही हैं. लाशें रखने की जगह नहीं बची है. आधुनिक युग में यह मानव जाति के लिए सबसे बड़ी त्रासदी के तौर पर उभर कर आई है. लेकिन इस संकट के बारे में सिल्विया ब्राउन, बाबा वेंगा, जीन डिक्सन, भारत के बाल ज्योतिषी अभिज्ञ आनंद जैसे भविष्यवक्ताओं ने पहले भी बता दिया था.
खास बात ये है कि भारत के सबसे प्रसिद्ध ग्रंथ रामचरित मानस में भी कोरोना के लक्षणों का जिक्र है-
500 साल पहले तुलसीदास ने कोरोना के बारे में जान लिया था
महात्मा तुलसीदास ने 1574 ईस्वी(1631 विक्रम संवत्) को मंगलवार श्रीरामनवमी के दिन रामचरित मानस की रचना शुरु की थी. सनातन धर्म का ये अद्वितीय ग्रंथ महादेव की नगरी वाराणसी में ईश्वरीय प्रेरणा से लिखा गया था. इस ग्रंथ में भविष्य के बारे में कई संकेत हैं.
श्रीरामचरित मानस का आखिरी अध्याय उत्तरकांड के नाम से जाना जाता है. इसमें रावण वध के पश्चात राम राज्य और भविष्य की घटनाओं का वर्णन है. इसी उत्तरकांड की चौपाई संख्या 120 में कोरोना संकट के लक्षणों का वर्णन किया गया है.
इन पंक्तियों में स्पष्ट रुप से बताया गया है कि चमगादड़ के कारण महामारी फैलेगी. जिसकी वजह से लोगों को बहुत दुख होगा. कफ यानी सर्दी खांसी की प्रधानता होगी. सीने में जलन होगी. तेज बुखार की वजह से लोग अचेत हो जाएंगे.
इस बीमारी का इलाज समाधि यानी एकांतवास करने से होगा. इसके अतिरिक्त कोई और उपाय काम नहीं आएगा.
बाल ज्योतिषी अभिज्ञ आनंद की अभूतपूर्व अंतर्दृष्टि
कर्नाटक के रहने वाले अभिज्ञ आनंद ने भी कोरोना वायरस के बारे में पिछले साल के अगस्त में ही दुनिया को बता दिया था. वह विश्व के सबसे कम उम्र के ज्योतिषी हैं. अभिज्ञ और उनकी नन्ही बहन का 700 से अधिक वीडियो के साथ एक चैनल है, जिसमें ज्योतिष, वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद पर 300 से अधिक वीडियो हैं. उनके चैनल का नाम कॉन्शेन्स (Conscience) है. दुनिया भर में देखें जाने वाले उनके इस ज्योतिषीय चैनल पर इस पर उनके पचास लाख सब्सक्राइबर हैं.
अभिज्ञ ने 22 अगस्त 2019 में ही कोरोना के बारे में दुनिया को बता दिया था. हालांकि तब उनके पूर्वानुमान को गंभीरता से नहीं लिया गया था. अभिज्ञ ने ज्योतिषीय गणना के आधार भविष्यवाणी की थी कि कोरोना का प्रभाव 31 मार्च 2020 को सबसे ज्यादा देखा जाएगा और ये बीमारी पूरी दुनिया पर हावी हो जायेगी.
उन्होंने ये भी दावा किया है कि 29 मई 2020 को पृथ्वी इस कठिन समयांतराल से मुक्त हो सकेगी और कोरोना वायरस के प्रसार और तीक्ष्णता में कमी आनी शुरू हो जाएगी.
अभिज्ञ का वीडियो आप यहां देख सकते हैं-
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कोरोना के बारे में 12 साल पहले ही बताया था अमेरिकी महिला ज्योतिषी ने
सिल्विया सेलेस्टे ब्राउन 1936 में अमेरिका के कैनसस सिटी, मिसौरी में पैदा हुई थीं. उन्होंने मानसिक विशेषज्ञ होने का दावा किया था. वह 'द मॉन्टेल विलियम्स शो' और 'लैरी किंग लाइव' जैसे टीवी कार्यक्रमों और रेडियो पर लगातार दिखाई देती थीं.
उन्होंने कई ऐसी बुक लिखी थीं जो बेस्ट सेलर रहीं. इनमें से एक 'एंड ऑफ डेज: प्रीडिक्शन एंड प्रोफेसीज अबाउट द एंड ऑफ द वर्ल्ड' भी है, जिसमें दुनिया के अंत के बारे में भविष्यवाणियां की गई हैं.
उऩ्होंने साल 2008 में ये किताब लिखी थी. जिसमें पेज नंबर 312 पर यह दावा किया गया था कि "साल 2020 के दौरान एक गंभीर निमोनिया जैसी बीमारी पूरी दुनिया में फैल जाएगी.
खास बात ये है कि सिल्विया ब्राउन का अभी से कोई 7 साल पहले यानी 2013 में देहांत हो चुका है.
बाबा वेंगा ने अपनी अंधी आंखों से देख था 2020 का भविष्य
बुल्गारिया की भविष्यवक्ता वेंगेलिया पांडेवा ही बाबा वेंगा के नाम से जानी जाती हैं. उनका जन्म 1911 को हुआ था. 1996 में उनकी मौत हो गई थी. 12 साल की उम्र में एक तूफान के दौरान उनकी आंखें चली गई थीं. लेकिन इस घटना के बाद उनको भविष्य में देखने की क्षमता प्राप्त हुई थी. उन्होंने साल 5079 तक की भविष्यवाणियां की हैं. जिन्हें एक पुस्तक में दर्ज किया गया है.
बाबा वेंगा साल 2020 के बारे में कहा है कि साल 2020 में कई विनाशकारी घटनाएं दुनिया में घटेगी. जो मानव सभ्यता के लिए बेहद दुखदायी साबित होगा. मानव बहुत ज्यादा स्वार्थी हो जाएगा. मानव सिर्फ अपनी चिंता करेगा और कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं और महामारी में घिर जाएगा.
बाबा वेंगा को यूरोप और रूस में संत की उपाधि प्राप्त है. उनके एक शिष्य ने बताया है कि बाबा वेंगा ने साल 1970 में ही दुनिया में कोरोना जैसी महामारी के फैल जाने की चेतावनी दी थी. उन्होंने यूरोप में भारी आर्थिक मंदी और पूरे महाद्वीप के लॉकडाउन जैसी स्थिति के बारे में भी लोगों को सचेत किया था.
जीन डिक्सन की चेतावनी
जीन डिक्सन एक अमेरिकी भविष्यवक्ता थीं. जो कि क्रिस्टल बॉल में देखकर भविष्य के बारे में सटीक अनुमान लगाती थीं. उन्होंने साल 1963 में जॉन कैनेडी की हत्या की सटीक भविष्यवाणी की थी. जिसके बाद उन्हें प्रसिद्धि मिली.
उऩ्होंने साल 2020 में 'वार ऑफ आर्मागेडन' का जिक्र किया है. जिसका मतलब कोरोना वायरस से लगाया जाता है. जीन डिक्सन ने साल 2020 में भारी उथल पुथल की चेतावनी दी है.
जीन डिक्सन का देहांत जनवरी 1997 में हो चुका है.
इन भविष्यवाणियों के आधार पर कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस के बारे में दुनिया के कई भविष्यदर्शियों को पहले से ही मालूम था. हालांकि आधुनिक विज्ञान ऐसी बातों को अंधविश्वास कहकर खारिज कर देता है. लेकिन यदि इन लोगों की बातों पर पहले से ध्यान दिया जाता तो कोरोना की त्रासदी से निपटने में मदद मिलती.