नई दिल्ली: IPL 2022 CSK vs KKR: आईपीएल का पहला मैच चेन्नई और कोलकाता के बीच खेला जाएगा. 15वें सीजन के आगाज से ठीक पहले बीसीसीआई ने बायो बबल के नियम और सख्त कर दिए हैं. साथ ही बोर्ड ने कड़ी सजा का भी प्रावधान किया है.
नियम तोड़ने पर मिलेगी कड़ी सजा
IPL 2022 के दौरान खिलाड़ियों और टीम के अधिकारियों द्वारा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर सख्त प्रतिबंध लग सकते हैं. यह एक मैच के निलंबन से लेकर सात दिनों तक क्वारंटीन में रहने या टूर्नामेंट से निकाले भी जा सकते हैं. बीसीसीआई खिलाड़ियों और स्टाफ को कोई भी रियायत देने के मूड में नहीं है. पिछली बार बायो बबल में ढील के चलते पूरे एक फेज को स्थगित करना पड़ा था.
फ्रेंचाइजी पर लग सकता है एक करोड़ का जुर्माना
किसी खिलाड़ी या मैच अधिकारी के परिवार के सदस्य द्वारा बायो बबल को तोड़ने पर और भी गंभीर प्रतिबंध लगेंगे. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर कोई टीम जानबूझकर किसी बाहरी व्यक्ति को टीम के बायो बबल में आने देती है, तो उसे पहली चूक के लिए 1 करोड़ रुपये तक की सजा हो सकती है और बाद में गलती होने पर टीम के टैली से एक या दो अंक की कटौती हो सकती है. ये सजा बहुत सख्त है.
बीसीसीआई ने इतने कठिन नियम बनाने के पीछे कोरोना के प्रकोप को वजह बताया है. बायो बबल में रहने के बावजूद पीएसएल, बिगबैश और अन्य क्रिकेट लीग में कोरोना विस्फोट हो चुका है.
बीसीसीआई ने कहा, "कोविड-19 महामारी व्यक्तियों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए किए गए उपायों के लिए इन परिचालन नियमों के अधीन प्रत्येक व्यक्ति द्वारा सहयोग, प्रतिबद्धता और पालन सर्वोपरि है."
क्या कहता है बीसीसीआई का दंड विधान
बीसीसीआई की दंडतालिका के मुताबिक एक खिलाड़ी, टीम अधिकारी या मैच अधिकारी द्वारा बायो बबल तोड़ा जाता है तो वे उन पर सख्त प्रतिबंध लगेंगे. पहला अपराध- 7 दिन का पुन: क्वारंटीन या ऐसी अन्य अवधि जो आईपीएल 2022 के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल में प्रदान की जा सकती है.
दूसरा अपराध - एक मैच का निलंबन (वेतन के बिना) 7 दिन की अवधि के पूरा होने के बाद या आईपीएल 2022 के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल में प्रदान की जाने वाली ऐसी अवधि के बाद प्रभावी होगा. तीसरा अपराध - शेष सीजन के लिए पंजीकृत टीम से हटाना किसी भी प्रतिस्थापन की अनुमति नहीं है.
7 खिलाड़ियों के साथ भी मैदान पर उतर सकती है टीम
बीसीसीआई ने इस बार कई नियमों में बदलाव किया है. बीसीसीआई के अनुसार यदि कोई फ्रेंचाइजी 12 से कम खिलाड़ी उपलब्ध होने के कारण किसी भी मैच के लिए टीम को मैदान में उतारने में असमर्थ है तो 11 प्लेइंग इलेवन में कम से कम 7 भारतीय होने चाहिए, साथ में प्लस 1 सब्स्टूट्यूड क्षेत्ररक्षक होने चाहिए. बीसीसीआई अपने विवेक से बाद के सत्र के लिए मैच को पुनर्निर्धारित करने का प्रयास करेगा.
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अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो इस मुद्दे को आईपीएल तकनीकी समिति के पास भेजा जाएगा. आईपीएल तकनीकी समिति का अंतिम निर्णय लेगा. उन लोगों के लिए भी प्रतिबंध निर्धारित हैं जो कोविड टेस्ट नहीं कर रहे हैं. पहले अपराध पर चेतावनी दी जाएगी और बाद में अपराध करने पर प्रति अपराध 75,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.
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