'क्रिकेट की गंदगी साफ हो या न हो, मैं अपने परिवार को वाशिंग मशीन नहीं बनाऊंगा', कप्तानी न मिलने पर भड़के वार्नर

उन्होंने साथ ही स्वतंत्र समीक्षा पैनल पर भी सवाल उठाए. वार्नर को 2018 में केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में उनकी भूमिका के लिए टीम की कप्तानी करने से आजीवन प्रतिबंधित किया गया था.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 7, 2022, 05:54 PM IST
  • वार्नर ने छोड़ा कप्तान बनने का सपना
  • वार्नर ने समीक्षा याचिका वापस ली
'क्रिकेट की गंदगी साफ हो या न हो, मैं अपने परिवार को वाशिंग मशीन नहीं बनाऊंगा', कप्तानी न मिलने पर भड़के वार्नर

नई दिल्ली: नाराज सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने टीम की कप्तानी करने पर लगा आजीवन प्रतिबंध हटाने को लेकर अपनी याचिका बुधवार को वापस लेते हुए कहा कि वह क्रिकेट की गंदगी को साफ करने के लिए अपने परिवार को वाशिंग मशीन बनाने के लिए तैयार नहीं हैं. 

उन्होंने साथ ही स्वतंत्र समीक्षा पैनल पर भी सवाल उठाए. वार्नर को 2018 में केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में उनकी भूमिका के लिए टीम की कप्तानी करने से आजीवन प्रतिबंधित किया गया था. पिछले महीने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के अपनी आचार संहिता में बदलाव करने के बाद उन्होंने इस उम्मीद में समीक्षा आवेदन दिया था कि इससे उनके नाम पर कप्तानी के लिए एक बार फिर विचार किया जा सकेगा. 

वार्नर ने छोड़ा कप्तान बनने का सपना

इस 36 वर्षीय क्रिकेटर ने अब कप्तानी की महत्वाकांक्षा छोड़ दी है और ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों के लिए सीए के पैनल को लताड़ लगाने के साथ पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाए. वार्नर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए बयान में कहा, ‘‘मेरे और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के विरोध के बावजूद पिछले हफ्ते मंगलवार को समीक्षा पैनल और समीक्षा पैनल की सहायता करने वाले वकील ने मेरे आवेदन के निर्धारण के लिए एक अनियमित प्रक्रिया (अनुमानों और पिछले मानदंड को पलटते हुए) अपनाई और एक उपन्यास जैसा दृष्टिकोण स्थापित किया जिसका मेरे परिवार के स्वास्थ्य और कल्याण तथा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के हितों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.’’ 

समीक्षा पैनल से नहीं मिली वार्नर को राहत

उन्होंने लिखा, ‘‘सहायता कर रहे वकील ने अपने जवाब में मेरे बारे में आपत्तिजनक और अनुपयोगी टिप्पणियां कीं जिनका आचार संहिता के तहत कोई ठोस उद्देश्य नहीं था.’’ वार्नर ने लिखा, ‘‘अफसोस की बात है कि समीक्षा पैनल ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और मेरे वकील के जवाब के विपरीत काम किया और ऐसा लगा कि वे सहायता करने वाले वकील की स्थिति को पूरी तरह से स्वीकार करने को तैयार हैं.’’ 

वार्नर ने महसूस किया कि पैनल इस मामले को सार्वजनिक तौर पर उछालना चाहता है और वह एक बार फिर उन हालात से गुजरने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में सहायता करने वाला वकील और ऐसा महसूस हुआ कि कुछ हद तक समीक्षा पैनल मेरा और न्यूलैंड्स में तीसरे टेस्ट के दौरान जो हुआ उसका सार्वजनिक ट्रायल करना चाहते हैं. मैं अपने परिवार को क्रिकेट की गंदगी साफ करने की वाशिंग मशीन बनाने के लिए तैयार नहीं हूं. ...कुछ चीजें क्रिकेट से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं.’’
 

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