World Cup 2023: साल 2013 के बाद से अपने पहले आईसीसी टूर्नामेंट के खिताब का इंतजार कर रही भारतीय टीम को इस साल अपनी ही सरजमीं पर वनडे विश्वकप की मेजबानी करनी है, जिसमें उसकी कोशिश होगी कि वो साल 2011 की तरह ही विश्वकप का खिताब जीतने में कामयाब हो सके. इस टूर्नामेंट से पहले भारतीय क्रिकेट टीम का मैनेजमेंट खिलाड़ियों के वर्कलोड पर खास ध्यान लगा रहा है ताकि टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ी अपनी बेस्ट शेप में उपलब्ध हों और चोट की वजह से भारत की कोशिशों को नुकसान न पहुंचे.
इस बीच न्यूजीलैंड से सीरीज जीतने में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने खिलाड़ियों को चोट से बचाने और खिलाड़ी के बेस्ट फिटनेस को बरकरार रखने के टीम मैनेजमेंट के प्लान का खुलासा किया है. मोहम्मद शमी का मानना है कि भले ही टीम मैनेजमेंट विश्वकप से पहले खिलाड़ियों के वर्कलोड को मैनेज करने पर ध्यान दे रहा है लेकिन अगर प्लेयर को अपनी बेस्ट फिटनेस हासिल करनी है तो उसे नियमित रूप से मैच खेलना होगा और इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है.
ऐसे फिट रहेंगे भारतीय टीम के खिलाड़ी
उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरुआत में बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) ने घोषणा की थी कि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वनडे विश्व कप के लिये चुने गये 20 खिलाड़ियों की फिटनेस पर निगरानी रखने के लिये राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ मिलकर काम करेगी. मोहम्मद शमी भी भारतीय टीम के अहम सदस्य हैं.
न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में मैच विनिंग स्पैल डालने के बाद शमी ने कहा, ‘मैं हमेशा अभ्यास के बजाय मैच खेलने को तरजीह देता हूं. किसी भी बड़े टूर्नामेंट के लिये तैयार होने के लिये ज्यादा से ज्यादा मैच खेलना हमेशा बेहतर होता है. कार्यभार का प्रबंधन किया जा रहा है और यह उचित तरीके से हो रहा है. मैं सिर्फ उम्मीद करता हूं कि मुख्य खिलाड़ी विश्व कप से पहले अच्छी फॉर्म में रहें.’
किस वजह से रायपुर में खतरनाक साबित हुए भारतीय गेंदबाज
शमी ने अपने ‘सीम मूवमेंट’ से न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को परेशान किया और छह ओवर में 18 रन देकर तीन विकेट झटके और मेहमान टीम 108 रन पर सिमट गयी. फिर भारत ने 20.1 ओवर में यह लक्ष्य हासिल कर लिया. मोहम्मद सिराज ने भी गेंद से प्रभावित किया. उनके सीनियर जोड़ीदार शमी ने कहा कि विकेट पर शुरू में थोड़ी नमी थी लेकिन हालात पूरी तरह से गेंदबाजों के मुफीद भी नहीं थे.
गेंदबाजी पर बात करते हुए उन्होंने कहा,‘यह नमी वाला विकेट था, लेकिन अच्छी लाइन एवं लेंथ बरकरार रखना भी महत्वपूर्ण था. सीम गेंदबाजों ने अनुशासित गेंदबाजी की और नतीजा आपके सामने है. हालात इतने भी ज्यादा मुफीद नहीं थे जैसे कि ये दिख रहे थे. वे जल्दी आउट हो गये लेकिन हालात गेंदबाजों के ज्यादा अनुकूल भी नहीं थे. हमने उन्हें अच्छी लेंथ से गेंदबाजी करके सस्ते में समेट दिया. जहां तक मेरा संबंध है तो मैंने हमेशा गेंदबाज से बात करता हूं. मैं जानता हूं कि वह काफी प्रयास कर रहा है लेकिन कभी कभार आपको इच्छानुसार नतीजे नहीं मिल पाता और अगर आप अपने गेंदबाजी जोड़ीदार से बात करो तो इसमें सुधार हो सकता है. जब मैं गेंदबाजी करता हूं तो मैं यह भूमिका निभाना पसंद करता हूं. जब से मैं टीम में आया हूं, मेरी इस भूमिका में कोई बदलाव नहीं हुआ है. एक ही चीज है कि अपनी फिटनेस और डाइट पर काम करते रहो.’
इन खिलाड़ियों को मिल सकता है आखिरी वनडे में मौका
गौरतलब है कि भारत अब सीरीज जीत चुका है तो मंगलवार को खेले जाने वाले आखिरी मुकाबले में कुछ बदलाव कर सकता है. इस पर बात करते हुए मोहम्मद शमी ने कहा कि टीम मैनेजमेंट ‘अनकैप्ड’ रजत पाटीदार और उमरान मलिक को इंदौर में होने वाले तीसरे और अंतिम फाइनल में मौका दे सकती है. सीरीज में हमने अजेय बढ़त हासिल जरूर की है लेकिन इस पर फैसला मैनेजमेंट को लेना है.
इसे भी पढ़ें- IND vs NZ, 2nd ODI: कीवी कप्तान ने हार के बाद किया खुलासा, जानें किस पर फोड़ा हार का ठीकरा
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.