नई दिल्ली: भारत पाकिस्तान के बीच मुकाबले का इंतजार हर क्रिकेट फैन को रहता है. 28 अगस्त को जब टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने उतरेगी तो उसके दिल में टी20 वर्ल्डकप की करारी शिकस्त का दर्द जरूर रहेगा. भारत पाक मैच हमेशा रोमांच और तनाव से भरे रहते हैं.
जब से भारत पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रिश्ते खराब हुए हैं तब से दोनों टीमों के बीच बहुत कम मैच देखने को मिलते हैं. दोनों देशों के खिलाड़ी केवल इंटरनेशनल टूर्नामेंट में ही आमने सामने होते हैं. हम आपको भारत पाक के बीच ऐसे मैच की कहानी के बारे में बता रहे हैं जो न इतिहास में पहले कभी हुआ था और न आगे कभी होगा. पाकिस्तान ने इस मैच में भारत को हराने और एशिया कप विजेता बनने से रोकने के लिए
एशिया कप 1984 में हुआ हैरान करने वाला किस्सा
भारत पाकिस्तान के बीच एशिया कप में हमेशा जोरदार जंग देखने को मिलती है. 1984 में जब पहली बार एशिया कप खेला गया तो पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में अंपायर से भयानक गलती हो गई. अब्दुल कादिर अपने 10 ओवर का स्पेल खत्म कर चुके थे लेकिन पाकिस्तानी कप्तान ने उन्हें 11वां ओवर भी थमा दिया. इस बात की भनक किसी को नहीं लगी. बैटिंग कर रहे संदीप पाटिल ने भी पाकिस्तानी टीम की चालबाजी पर ध्यान नहीं दिया.
खेल के मैदान पर पाकिस्तान की धोखेबाजी
दरअसल, अपने अवैध 11वें ओवर में अब्दुल कादिर ने दो गेंदें फेंकी इनमें संदीप पाटिल ने एक रन बनाया और तब स्कोरर का ध्यान पाकिस्तान की बेईमानी पर गया. स्कोरर ने अंपायर को मैदान के बाहर से संदेश भेजा कि ये टीम इंडिया के साथ अन्याय हो रहा है. अंपायरों की जब तक आंखे खुलीं, तब तक कादिर 2 गेंद कर चुके थे. सबसे गंभीर सवाल ये था कि अब इन दो गेंदों का क्या किया जाए.
हालांकि कादिर का ओवर वहीं रोक दिया पर जो दो गेंद और एक रन आधिकारिक रिकॉर्ड में आ चुके थे उनका क्या करें? गहरी मंत्रणा के बाद अंपायरों ने दोनों गेंद रद्द करने का फैसला किया. कादिर की जगह शाहिद महबूब ने नया ओवर शुरू किया. बड़ा सवाल ये है कि अगर उन दो गेंद में कोई विकेट गिर जाता तो क्या होता? क्या पाकिस्तान आउट हो चुके भारतीय बल्लेबाज को दोबारा बैटिंग करने का मौका देता. क्या मैच रेफरी ऐसा फैसला करने में सक्षम हैं. पाकिस्तान के खिलाफ हाईवोल्टेज मैच में अंपायरों को इतनी बड़ी गलती करने का कोई अधिकार नहीं.
भारत के लिए अघोषित फाइनल की तरह था ये मुकाबला
इतिहास का पहला एशिया कप 1984 में खेला गया इसमें राउंड रॉबिन व्यवस्था थी. मतलब भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान को एक दूसरे से भिड़ना था और ज्यादा मैच जीतने वाली टीम विजेता घोषित होती. इस लिहाज से भारत, पाक के खिलाफ ये मुकाबला हारकर भी विजेता बन जाता, क्योंकि पाकिस्तान को बड़े अंतर से मैच जीतना था. भारतीय टीम श्रीलंका को पहले ही एकतरफा शिकस्त दे चुकी थी. पाक के खिलाफ इस मैच में टीम इंडिया ने ही जीत हासिल की थी और पहले एशिया कप का चैंपियन भारत बना.
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