नई दिल्लीः SA vs Aus: दक्षिण अफ्रीका को वनडे विश्व कप के नॉकआउट चरण में फिर से हार का सामना करना पड़ा लेकिन उसके मुख्य कोच रॉब वाल्टर का मानना है कि सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार पर 'चोकर्स' (बड़े मैचों के दबाव में बिखरने वाली टीम) जैसा शब्द फिट नहीं बैठता है. दक्षिण अफ्रीका की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 212 रन पर आउट हो गई.
वाल्टर ने बताई चोकर्स की परिभाषा
ऑस्ट्रेलिया ने 47.2 ओवर में लक्ष्य हासिल करके फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना रविवार को अहमदाबाद में भारत से होगा. वाल्टर ने 'चोकर्स' की अपनी परिभाषा बताते हुए कहा, 'मेरे लिए चोकर्स का मतलब उस मैच से है जिसे आप जीत की स्थिति में होने के बावजूद हार जाते हो.'
'हमने वापसी की अच्छी कोशिश की'
उन्होंने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, 'इस मैच में हम शुरू से ही पीछे रहे थे. हमने वास्तव में वापसी की अच्छी कोशिश की और ऐसा स्कोर बनाया जिससे हम उन्हें चुनौती दे सकते थे.' वाल्टर ने कहा कि अगर उन्होंने 30 या 40 रन और बनाए होते तो मैच का परिणाम भिन्न होता.
'हम 30 या 40 रन पीछे रह गए'
उन्होंने कहा, 'हमने संघर्ष जारी रखा और मैच में वापसी की लेकिन निश्चित तौर पर आखिर में हम 30 या 40 रन पीछे रह गए. हमने हालांकि उन्हें आसानी से लक्ष्य हासिल नहीं करने दिया और उनके सात विकेट लिए.' वाल्टर ने कहा, 'इसलिए मेरे लिए यह प्रदर्शन चोकर्स के करीब भी नहीं था. यह टूर्नामेंट की दो अच्छी टीमों के बीच गंभीर मुकाबला था. सेमीफाइनल में हारना निराशाजनक है लेकिन हम इस टूर्नामेंट से कई सकारात्मक चीजों को लेकर स्वदेश लौटेंगे.'
चोट के बावजूद रबाडा ने की बॉलिंग
तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने केवल छह ओवर किए और वाल्टर ने खुलासा किया कि उनकी एड़ी में चोट लगी थी. उन्होंने कहा, 'रबाडा की एड़ी में चोट लगी थी इसलिए वह उतना योगदान नहीं दे पाए जितनी उनसे उम्मीद की गई थी. उन्होंने चोट के बावजूद गेंदबाजी की लेकिन अपना शत प्रतिशत योगदान नहीं दे पाए.'
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