नई दिल्ली: टीम इंडिया में सबसे सफल कप्तानों का जब जिक्र होता है तो दिग्गज पूर्व कप्तान विराट कोहली का नाम जुबां पर जरूर आता है. विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट और टी20 की कप्तानी से इस्तीफा दिया जबकि वनडे की कमान उनसे लेकर रोहित शर्मा को दे दी गई.
विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान तो हैं ही, साथ ही वे वनडे के भी सफल कप्तानों में से एक हैं. कोहली के खाते में भले ही एक भी ICC ट्रॉफी न हो लेकिन उनका विनिंग परसेंटेज भारत में सबसे ज्यादा है.
हम आपको उन 5 प्रतिभावान खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने टीम इंडिया में मौका पाया तो अपने प्रदर्शन से सबको हैरान किया लेकिन वे विराट कोहली का भरोसा नहीं जीत सके और अब टीम में उनकी वापसी लगभग असंभव है.
कुलदीप यादव और मनीष पांडे को नहीं मिला कोहली का साथ
कुलदीप यादव और मनीष पांडे ने विराट कोहली की कप्तानी में कई मैच खेले लेकिन ये दोनों उदीयमान खिलाड़ी भरोसा नहीं जीत के पाए. एक समय कुलदीप यादव को भारत का पहला लेफ्ट आर्म स्पिनर कहा जा रहा था जो टेस्ट में 500 विकेट ले सकता है. जब से महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट को अलविदा कहा, तब से कुलदीप का करियर अंधकार में चला गया.
कुलदीप फिलहाल टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं और उनकी वापसी फिलहाल सम्भव नहीं लगती. उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में मौका मिला था लेकिन वे कुछ खास नहीं कर सके.
ये हैं 5 दिग्गज खिलाड़ी
1- कुलदीप यादव
2- मनीष पांडे
3- अम्बाती रायुडू
4- अमित मिश्रा
5- विजय शंकर
मनीष पांडे ने विराट कोहली के साथ 2008 का अंडर 19 वर्ल्डकप खेला था और इसमें टीम इंडिया को जीत मिली थी. मनीष पांडे ने ऑस्ट्रेलिया में शानदार शतक जड़कर भारत को एक हारा हुआ मुकाबला भी जिताया था लेकिन उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले. रवि शास्त्री और विराट कोहली के नेतृत्व वाले मैनेजमेंट ने मनीष पांडे को मध्यक्रम में स्थायित्व नहीं दिया. बीते साल शिखर धवन की कप्तानी में मनीष पांडे श्रीलंका दौरे पर गए थे लेकिन वे वहां कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके. अब उनकी भी वापसी के दरवाजे लगभग बंद हैं.
अमित मिश्रा और विजय शंकर को नहीं मिला दोबारा मौका
अमित मिश्रा ने अपनी लेग स्पिन से कई दिग्गजों का दिल जीता लेकिन वे कभी विराट कोहली का दिल नहीं जीत सके. कोहली की कप्तानी में मिश्रा ने जिम्बाब्वे में 5 वनडे खेलकर 18 विकेट झटके थे. इसके बाद उन्हें 2014 टी20 वर्ल्डकप में मौका मिला जहाँ वे उन्होंने सबसे ज्यादा विकेट चटकाए लेकिन वे एक बार टीम से बाहर हुए तो दोबारा उन्हें विराट कोहली ने मौका देने की कोशिश भी नहीं की.
अमित मिश्रा ने 22 टेस्ट में 76 और 36 वनडे में 64 विकेट हासिल किए. उन्होंने आखिरी वनडे न्यूजीलैंड के खिलाफ 2016 में और आखिरी टेस्ट भी इसी साल इंग्लैंड के खिलाफ खेला था.
विराट कोहली की कप्तानी ने ही अम्बाती रायुडु और विजय शंकर का भी करियर खत्म कर दिया. विजय शंकर को एक समय ऑल राउंडर के रूप में हार्दिक पांड्या का विकल्प माना जा रहा था. उन्हें 2019 के वनडे वर्ल्डकप में अक्षर पटेल और अम्बाती रायुडू के ऊपर वरीयता दी गयी लेकिन वे ज्यादा प्रभावित नहीं कर सके. लिहाजा उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा. ऐसे ही रायुडू को भी 2019 वर्ल्डकप में नहीं चुना गया तो उन्होंने गुस्से में संन्यास का ऐलान कर दिया था. अंबाती रायडू मध्यक्रम में टीम इंडिया के बेहतरीन बल्लेबाज थे.
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