Women IPL 2023: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की ओर से महिला आईपीएल को शुरू करने की तैयारी हो चुकी है, जिसका आगाज मार्च में टीमों के साथ होना है. बीसीसीआई ने पहले ही मीडिया अधिकारों से 951 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है और अब टीमों की नीलामी से 4000 करोड़ रुपये की कमाई करने की तैयारी कर रही है.
बुधवार को होगी टीमों की नीलामी
बीसीसीआई ने महिला आईपीएल की पांच टीमों के लिये बुधवार को नीलामी रखी है जिससे उसे कम से कम 4000 करोड़ रुपये की कमाई होने की उम्मीद है. इसके पीछे का मुख्य कारण है कि महिला आईपीएल टीमों को खरीदने के लिये टॉप बिजनेस घरानों ने दिलचस्पी दिखाई है. मार्केट एक्सपर्टस के अनुसार टीमों के लिये लगने वाली इस नीलामी में प्रत्येक टीम के 500 से 600 करोड़ रुपए में बिकने की उम्मीद है.
नीलामी से पहले सामने आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला आईपीएल में काफी संभावना है, जिसकी वजह से कुछ टीमों की बोली 500 से 800 करोड़ रुपये तक लग सकती है, हालांकि इससे ज्यादा की बोली लगने की संभावना नहीं है और इससे बीसीसीआई को कोई दिक्कत भी नहीं होगी.
खरीदारी में इन टीमों ने दिखाई दिलचस्पी
उल्लेखनीय है कि महिला इंडियन प्रीमियर लीग की टीमों को खरीदने के लिये 30 से ज्यादा कंपनियों ने 5 करोड़ रुपये के ऑक्शन डॉक्यूमेंट खरीदे हैं जिसमें इंडियन प्रीमियर लीग की पुरुष टीमों का मालिकाना हक रखने वाली 10 फ्रैंचाइजियां भी शामिल हैं. नीलामी में बोली लगाने वाली कंपनियों की बात करें तो इसमें अडानी ग्रुप, टोरेंट ग्रुप, हल्दीराम प्रभुजी, कैपरी ग्लोबल, कोटक और आदित्य बिरला ग्रुप ने भी खरीदारी में दिलचस्पी दिखाई है, तो वहीं पर इनमें वह कंपनियां भी शामिल हैं जो 2021 में पुरुष आईपीएल की दो नई टीमों को खरीदने में नाकाम रही थी.
गौरतलब है कि महिला टीमों की खरीदारी में दिलचस्पी दिखाने वाली आईपीएल फ्रैंचाइजियों में मुंबई इंडियंस, राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का नाम शामिल है तो वहीं पर चेन्नई सुपर किंग्स और गुजरात टाइटंस ने नहीं खरीदने का फैसला किया है. इन टीमों ने वैश्विक स्तर पर भी खेली जाने वाली टी20 लीग में टीमें खरीदी हैं.
कैसे होगा टीम की खरीदारी से फायदा
महिला आईपीएल की टीम खरीदारी से होने वाले फायदे को ऐसे समझते हैं कि मान लीजिए कि कोई फ्रेंचाइजी पांच साल के लिए 500 करोड़ रुपए की सफल बोली लगाती है तो वो हर साल 100 करोड़ रुपए होगा. बीसीसीआई अपने मीडिया प्रसारण अधिकारों के राजस्व को वितरित करता है जो कमाई का मुख्य स्रोत है. दूसरा बीसीसीआई के प्रयोजन से मिलने वाला हिस्सा है, तीसरा फ्रेंचाइजी अपने खुद के प्रायोजन से कमाई करती है तथा चौथा गेट की बिक्री और टिकटों की बिक्री से होने वाली कमाई है.
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