World Boxing Championship 2023: विश्व बॉक्सिंग चैम्पियनशिप 2023 में भारतीय मुक्केबाजों ने रविवार को भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और निकहत जरीन के लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन बनने के बाद लवलीना ने भी अपना पहला गोल्ड मेडल जीत लिया है. लवलीना की इस जीत के साथ ही भारत ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियन में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को दोहराने का कारनामा किया है.
18 साल पहले भारत ने जीते थे 4 गोल्ड
भारत ने साल 2006 में सबसे ज्यादा 4 गोल्ड मेडल जीते थे और रविवार को लवलीना के पदक के साथ उसने 17 साल बाद अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को दोहराने का कारनामा किया है. भारत ने 2006 में अपनी मेजबानी में चार स्वर्ण पदक जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था जिसमें देश के नाम आठ पदक रहे थे.
मैरीकॉम के बाद ऐसा करने वाली पहली बॉक्सर बनी निकहत जरीन
भारत के टॉप मुक्केबाजों में शामिल निकहत जरीन ने रविवार को पहले अपना खिताब बचाया तो वहीं पर लवलीना बोरगोहेन ने भी कांस्य का सिलसिला तोड़ते हुए पहली बार गोल्ड मेडल अपने नाम किया. निकहत ने 50 किग्रा वर्ग के फाइनल में वियतनाम की एनगुएन थि ताम पर 5-0 से जीत दर्ज कर लाइट फ्लाईवेट खिताब अपने नाम किया. वहीं दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना ने ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन पारकर को 5-2 से मात दी.
इस जीत से निकहत महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम (छह बार की विश्व चैम्पियन) के बाद दो बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय बन गयीं.
जीत के बाद जानें क्या बोली निकहत जरीन
निकहत ने पिछले साल 52 किग्रा वजन वर्ग में खिताब जीता था. दोनों एशियाई मुक्केबाजों के बीच दिन का शुरूआती मुकाबला रोमांचक रहा.
उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि मैं दूसरी बार विश्व चैम्पियन बनी,विशेषकर ओलंपिक वजन वर्ग में. आज का मुकाबला मेरे लिये कठिन था, वह एशियाई चैम्पियन है और मेरा अगला लक्ष्य एशियाई खेल हैं और मैं उससे भिड़ सकती हूं इसलिये मैं कड़ी मेहनत करूंगी. मुकाबले में उसे और मुझे चेतावनी और ‘काउंट’ मिली. लेकिन मैं विजेता बनी.’
लो वेट कैटेगरी में निकहत ने जीती चैम्पियनशिप
निकहत अपने 52 किग्रा वजन वर्ग से कम वजन वर्ग में खेलीं, वह पहले थोड़ी सुस्त दिखी क्योंकि ताम ने पहले आक्रमण किया. लेकिन कुछ सेंकेंड बाद घरेलू प्रबल दावेदार ने हमले तेज कर दिये जिसके बाद उन्होंने दायीं ओर दो ‘हुक’ और फिर सीधे मुक्का जड़ा. ताम को जकड़ने के लिए एक पेनल्टी अंक दिया गया जिससे पहला राउंड निकहत के पक्ष में हो गया. ताम ने दूसरे राउंड में मजबूत वापसी की और वह तेज मुक्के जड़ने लगी जिससे निकहत नीचे सिर करके खेलने को मजबूर हो गयी जिससे उन्हें एक पेनल्टी अंक मिला.
वियतनाम की मुक्केबाज ने दूसरा राउंड 3-2 से अपने नाम किया. अंतिम तीन मिनट में दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश में आक्रमण किया. निकहत के ताकतवर दायें हाथ के मुक्के से ताम गिर गयी जिससे ताम को ‘काउंट’ का सामना करना पड़ा और फिर ताम के मुक्के से भारतीय मुक्केबाज को ‘काउंट’ मिला.
निकहत ने कहा, ‘मेरे लिये इस वजन वर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों के बाद यह बड़ा टूर्नामेंट है. राष्ट्रमंडल खेलों में इतनी प्रतिस्पर्धा नहीं होती.’
लवलीना ने पहली बार जीता गोल्ड मेडेल
वहीं टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना ने 69 किलो वर्ग में पहली बार स्वर्ण पदक जीता. उनका यह भारवर्ग हालांकि ओलंपिक में नहीं है . पहले राउंड में उसे लंबे कद का काफी फायदा मिला हालांकि पार्कर ने भी सटीक वार किये. लवलीना ने हालांकि 3-2 की बढत ले ली. दूसरे राउंड में लवलीना ने अपनी रणनीति में बदलाव किया और करीब से आक्रमण किया. उसका हालांकि ज्यादा फायदा नहीं मिला और पार्कर ने बढत बना ली. आखिरी दौर में मुकाबला बराबरी का रहा और रिव्यू में लवलीना को विजयी घोषित किया गया.
जीत के बाद लवलीना ने कहा ,‘यह फाइनल था तो मैं तनाव में थी लेकिन मैने कोचों के निर्देशों पर अमल किया . मुझे खुशी है कि स्वर्ण जीतकर भारत को गौरवान्वित कर सकी.’
शनिवार को भारत के खाते में आये थे दो गोल्ड
इससे पहले शनिवार को नीतू गंघास (48 किग्रा) और स्वीटी बूरा (81 किग्रा) विश्व चैम्पियन बनी थीं. मेजबान भारत स्वर्ण पदकों के साथ ही अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी करने की ओर बढ़ रहा है.
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