RAW Missions: इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ के 5 बड़े मिशन, जिन्हें याद करके आज भी डरते हैं दुश्मन!

RAW Missions: इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ ने ऐसे कई मिशन किए हैं, जो दुनिया की कई खुफिया एजेंसी नहीं कर पाईं.रॉ ने इन मिशन के जरिये दुनिया को चौंका दिया और दुश्मनों को डरा दिया. पाक ने रॉ पर हवा-हवाई आरोप लगाए हैं. चलिए, पढ़ते हैं रॉ के 5 बड़े मिशन के बारे में. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 3, 2025, 11:53 AM IST
  • पाक ने रॉ पर लगाए आरोप
  • बिना सबूत की हवा-हवाई बातें
RAW Missions: इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ के 5 बड़े मिशन, जिन्हें याद करके आज भी डरते हैं दुश्मन!

नई दिल्ली: RAW Missions: भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ पर पाकिस्तान ने गंभीर आरोप लगाए हैं. पाकिस्तान ने कहा है कि भारत रॉ की मदद से पाक में हत्या करवा रहा है. हालांकि, पाक के पास इस बेदम दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है. लिहाजा, ये हवा-हवाई बात है, जिसे पश्चिमी मीडिया ने तूल दिया है. हालांकि, रॉ के ऐसे कई ऑपरेशन रहे हैं, जो आज भी दुश्मनों को डराते हैं.

रॉ के 5 बड़े ऑपरेशन 

ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा
भारत के न्यूक्लियर प्रोग्राम का नाम 'स्माइलिंग बुद्धा' था. भारत इस प्रोग्राम को सीक्रेटली कर रहा था, जिसे गुप्त रखने का जिम्मा रॉ को सौंपा गया था. पहली बार देश के अंदर के किसी प्रोजेक्ट के लिए रॉ को शामिल किया गया. 18 मई, 1974 को भारत ने पोखरण में परीक्षण किया और न्यूक्लियर क्लब में शामिल हुआ. अमेरिका, चीन और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों को रॉ ने पता नहीं लगने दिया. 

स्नैच ऑपरेशन
ये दिलचस्प ऑपरेशन हुआ करते थे. इनमे रॉ के एजेंट्स विदेश में संदिग्ध को किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ करते थे. दरअसल, किसी को भी भारत लाने के लिए प्रत्यर्पण की लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. रॉ ने इससे बचने के लिए ये ऑपरेशन चलाया. नेपाल औए बांग्लादेश समेत रॉ ने कई देशों में ऐसे 400 सफल स्नैच ऑपरेशन किए. फिल्म बेबी के कुछ हिस्से इसी ऑपरेशन पर आधारित हैं. 

ऑपरेशन लीच
भारत सरकार समय-समय पर अन्य देशों की मदद भी करती रही है. भारत के पड़ोसी बर्मा (अब म्यांमार) में पहले आर्मी का शासन था. यहां पर रॉ ने विद्रोही गुट काचिन इंडिपेंडेंस आर्मी (KIA) को मदद दी थी. लेकिन बाद में KIA से संबंध खराब हुए थे तो रॉ ने पूर्वोत्तर के बागियों को हथियार और प्रशिक्षण दिया. बागी गुटों को निपटाने के लिए रॉ ने बर्मा में ऑपरेशन लीच चलाया था. 1998 में 6 टॉप बागी लीडर्स मारे गए. 34 अराकानी गुरिल्ला गिरफ्तार हुए. 

ऑपरेशन कैक्टस
तमिल इलम के पीपुल्स लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन यानी तमिल उग्रवादियों ने साल 1998 में मालदीव पर हमला किया. इस दौरान रॉ की मदद से भारतीय सशस्त्र बलों ने मालदीव में सैन्य ऑपरेशन चलाया. इसे ऑपरेशन कैक्टस नाम दिया गया. भारत की वजह से राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम की सरकार बहाल हुई. रॉ की सटीक जानकारी के कारण ही ये मिशन पास हुआ.

ऑपरेशन चाणक्य
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने कई अलगाववादी और आतंकी संगठनों को कश्मीर में प्लांट कर दिया था. इन्हें यहां से खत्म करने के लिए रॉ ने 'ऑपरेशन चाणक्य' चलाया था. रॉ की वजह से ही आतंकवादी संगठन हिज्ब-उल-मुजाहिदीन के 2 टुकड़े हो गए. ये मिशन सक्सेसफुल रहा.

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