छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, दिल्ली की यह यूनिवर्सिटी खोलने जा रही दो नए कैंपस

दिल्ली की अम्बेडकर यूनिवर्सिटी जल्द ही पांच कैंपस वाली यूनिवर्सिटी बनने जा रही है. अभी अंबेडकर विश्वविद्यालय के पास तीन कैंपस हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 21, 2021, 09:40 PM IST
  • यहां खुलेगा यूनिवर्सिटी का चौथा कैंपस
  • DU ने खारिज की दिल्ली सरकार की सिफारिश
छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, दिल्ली की यह यूनिवर्सिटी खोलने जा रही दो नए कैंपस

नई दिल्ली: दिल्ली की अम्बेडकर यूनिवर्सिटी जल्द ही पांच कैंपस वाली यूनिवर्सिटी बनने जा रही है. अभी अंबेडकर विश्वविद्यालय के पास तीन कैंपस हैं.

यहां खुलेगा यूनिवर्सिटी का चौथा कैंपस

अम्बेडकर यूनिवर्सिटी का चौथा कैंपस धीरपुर में 49 एकड़ में तैयार हो रहा है. यहां 5,000 नए विद्यार्थी एडमिशन ले पाएंगे.

धीरपुर स्थित इस कैंपस में कुल 270 फैकल्टी मेंबर और 273 स्टाफ मेंबर के साथ 7 स्कूल और 9 सेंटर होंगे. साथ ही, रोहिणी में विश्वविद्यालय का पांचवा कैंपस तैयार किया जा रहा है, जहां विभिन्न कोर्सेस में 3,475 सीटें उपलब्ध होंगी.

दोनों कैंपस का डिजाइन विश्व स्तरीय होगा और यहां एनवायर्नमेंटल सस्टेनेबलिटी का भी खास ध्यान रखा जाएगा. उर्जा के मामले में दोनों कैंपस आत्मनिर्भर होंगे और ग्रीन-एनर्जी का इस्तेमाल करेंगे.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को अंबेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी.

गौरतलब है कि दिल्ली सरकार दिल्ली विश्वविद्यालय स्थित कॉलेज ऑफ आर्ट को अंबेडकर यूनिवर्सिटी के साथ मिलाने की इच्छुक है. इसके लिए दिल्ली सरकार ने बकायदा एक प्रस्ताव भी दिया था. हालांकि दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

DU ने खारिज की दिल्ली सरकार की सिफारिश

दिल्ली विश्वविद्यालय एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य एडवोकेट अशोक अग्रवाल ने बताया कि कि दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ आर्ट को दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अंबेडकर यूनिवर्सिटी के साथ मिलाने का प्रस्ताव भी खारिज कर दिया गया है.

दरअसल दिल्ली सरकार ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ आर्ट को अंबेडकर विश्वविद्यालय के साथ मिलाने की सिफारिश विश्वविद्यालय के समक्ष रखी थी. इसके लिए 6 सदस्य एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया गया था.

इस कमेटी में अपनी सिफारिशों में दिल्ली सरकार द्वारा दिए गए विलय के प्रस्ताव को खारिज करने की सिफारिश की है. समिति का कहना है कि कॉलेज ऑफ आर्ट दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ ही बना रहना चाहिए. 

यहां कॉलेज ऑफ आर्ट में इस वर्ष दाखिला प्रक्रिया में भी विलंब हुआ है. समिति का कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय को पहल करते हुए न केवल कॉलेज ऑफ आर्ट को अपने साथ बनाए रखना चाहिए बल्कि अपने स्तर पर यहां दाखिले करने चाहिए.

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