'टीम ने खेल भावना की रक्षा की'
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'टीम ने खेल भावना की रक्षा की'

भारतीय क्रिकेट टीम मिस्टर भरोसेमंद बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का कहना है कि अजीब ढ़ंग से रनआउट होने वाले इंग्लिश बल्लेबाज इयान बेल को वापस बुलाना टीम का फैसला था.

भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़

टेंट ब्रिज: भारतीय क्रिकेट टीम मिस्टर भरोसेमंद बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का कहना है कि अजीब ढ़ंग से रनआउट होने वाले इंग्लिश बल्लेबाज इयान बेल को वापस बुलाना टीम का फैसला था. उन्होंने कहा कि टीम खेल भावना की रक्षा करना चाहती थी.

ट्रेंट ब्रिज में जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को टी से पहले इशांत शर्मा की फेंके जा रहे पारी के 66वें ओवर की अंतिम गेंद को इयोन मोर्गन ने डीप स्क्वॉयर लेग की ओर खेला था. प्रवीण कुमार ने गेंद को बाउंड्री पर रोक लिया. इसके बाद फिल्डर और इंग्लिश बल्लेबाजों ने इसे चौका समझ लिया और बेल टी टाइम का समय मानकर तीन रन पूरा करने के बाद क्रीज को छोड़ बैठे हालांकि अम्पयार ने अभी चायकाल का इशारा नहीं किया था. इसके बाद प्रवीण का थ्रो महेंद्र सिंह धोनी के पास आया और धोनी ने विकेट की गिल्लियां बिखेर दी.

उस समय बेल क्रीज के बाहर थे और धोनी ने रनआउट की अपील कर दी. मैदान अम्पायर ने तीसरे अम्पायर बिली बाउडेन की ओर इशारा किया. तीसरे अम्पायर के अनुसार गेंद चौके के लिए नहीं गई थी और तीसरे अम्पायर ने बेल को आउट करार दिया. इसके बाद इस फैसले को लेकर इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम में बहस छिड़ गई.

बाद में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी रनआउट की अपील वापस ले ली और टी टाइम के बाद बेल एक बार फिर बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरे. जिस समय यह वाकया हुआ था उस समय बेल 137 रन पर खेल रहे थे.

राहुल द्रविड़ ने कहा कि बेल को वापस बुलाने का फैसला धोनी सहित टीम का निर्णय था. नियम के मुताबिक बेल आउट थे लेकिन इसको लेकर ड्रेसिंगरूम में अच्छा माहौल नहीं था.

बेल इसके बाद 159 रन बनाकर आउट हुए. द्रविड़ ने कहा कि ड्रेसिंगरूम में इस पर काफी चर्चा हुई. हम जानते थे कि यह खेल भावना नहीं है. इसलिए हमने बेल को वापस बुलाया और खेल भावना की रक्षा की. धोनी के नेतृत्व में लिया गया यह फैसला बेहतरीन था.

 

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