नई दिल्ली: Ibuprofen:कई लोग सिरदर्द, पीरियड पेन, पेट दर्द, दांत दर्द और बुखार में इबुप्रोफेन नाम की दवाई का सेवन करते हैं. आमतौर पर यह दवाई शरीर में पेनकिलकर का काम करती है, इसके सेवन के लिए डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत भी नहीं पड़ती है, हालांकि कुछ अध्ययनों का मानना है कि इस दवाई का सेवन हमारी सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है. स्टडी के मुताबिक इससे हार्ट अटैक, ब्लड क्लॉटिंग, अल्सर और इन्फर्टिलिटी जैसी कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं.
इबुप्रोफेन के साइड इफेक्ट्स
बता दें कि इबुप्रोफेन नॉनस्टेरोइडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग्स या NSAID के समूह की एक दवाई है. यह हमारी बॉडी द्वारा बनाए गए प्रोस्टाग्लैंडीन को अस्थायी रूप से कम करने का काम करता है, जिससे हमें पेट दर्द, दांत दर्द, पीठ दर्द, सिरदर्द, पीरियड पेन, बुखार और मांसपेशियों में दर्द की समस्या को कम करने में मदद करता है. भारत में इबुप्रोफेन बिना डॉक्टर की सलाह के आसानी से मिल जाती है, हालांकि इसके साइड इफेक्ट्स भी कम नहीं है. हाल ही में हुई कुछ स्टडीज के मुताबिक इबुप्रोफेन पेन किलर का नियमित सेवन करने से इसके कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं.
हार्ट अटैक और स्ट्रोक
'ब्रिटिश मेडिकल जर्नल' के मुताबिक इबुप्रोफेन का सेवन कार्डियक अरेस्ट को 31 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं. इसका लंबे समय तक सेवन करने से यह खतरा काफी बढ़ सकता है.
बहरापन
'अमेरिकन जर्नल ऑफ एपिडेमिओलोजी' में पब्लिश हार्वर्ड की एक रिसर्च के मुताबिक नियमित इबुप्रोफेन का सेवन करने से आपके सुनने की क्षमता कम हो सकती है. स्टडी के मुताबिक जिन महिलाओं ने हफ्ते में 2 बार इबुप्रोफेन का सेवन किया था 24 प्रतिशत कम सुनने की समस्या बढ़ गई थी.
अल्सर या पेट में ब्लीडिंग की समस्या
चिकित्सकों के मुताबिक इबुप्रोफेन प्रोस्टाग्लैंडीन को कम करने का काम करता है, जिससे पेट में डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है. आमतौर पर इससे अल्सर और ब्लीडिंग की समस्या होती है.
इंफर्टिलिटी
'प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज' मे में छपी एक स्टडी के मुताबिक जो नौजवान लगातार 6 हफ्तों तक इबुप्रोफेन का सेवन करते हैं उनमें सेक्स हार्मोन का प्रोडक्शन कम होता है. यह समस्या आमतौर पर वृद्ध पुरुषों और धूम्रपान करने वाले लोगों में होती है. 18-35 साल के लोगों के बीच की गई एक डेनिश स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों ने 2 हफ्तों तक दिन में 2 बार 600mg इबुप्रोफेन का सेवन किया उनमें कंपंसेटेड हाइपोगोनाडिज्म नाम का एक डिसऑर्डर पाया गया. इस समस्या में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है.
डॉक्टर्स के मुताबिक दवाई के साइड इफेक्ट्स आमतौर पर तब देखे जाते हैं जब या तो आप उसे बेवजह ले रहे हों, जरूरत न पड़ने पर भी उसका सेवन कर रहे हों या फिर लंबे समय तक इसका सेवन कर रहे हों. दवाई के साइड इफेक्ट्स के खतरे को तब कम कर सकते हैं, जब आप इसका कम मात्रा में कम समय के लिए सेवन करेंगे.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी रिसर्च पर आधारित है, लेकिन Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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