लखनऊ: पूरे देश में लॉकडाउन की वजह के कारण कई मजदूरों और श्रमिकों की नौकरी चली गयी है जिससे उनकी आय भी समाप्त हो गयी है. ऐसे मजदूर अब भोजन समेत कई मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित हो गए हैं. श्रमिक और कामगार वर्ग के परिवारवालों का जीवन बहुत मुश्किलों से भर गया है. ऐसे मजदूरों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश में लगभग 1 करोड़ नये रोजगारों के सृजन का आदेश अधिकारियों को दिया है.
प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने पर काम जारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1 मार्च से लेकर अब तक बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार और श्रमिक वापस आए हैं, अगले 10 दिन में और 10 लाख लोग आएंगे. यूपी सरकार ने प्लान किया है कि 24 लाख लोगों को रोजगार देंगे. यूपी को हम READY MADE GARMENTS का हब बना रहे हैं. इसमें 1 करोड़ लोगों को नौकरी देने की योजना बनाई जा रही है. अकेले मनरेगा में ही रोजगार देने की बहुत बड़ी ताकत है.
रोजगार सेवकों से किया संवाद
योगी आदित्यनाथ ने आज रोजगार सेवकों से संवाद किया. उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ग्राम रोजगार सेवकों से बातचीत की. सीएम योगी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रतिदिन 50 लाख लोगों को मनरेगा से जोड़ने का है ताकि उनकी परेशानियां कम हो सकें.
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गौरतलब है कि योगी सरकार ने आज मंगलवार को 35818 ग्राम रोजगार सेवकों के खाते में DBT के जरिए 225.39 करोड़ रुपये की रकम ट्रांसफर कर दी है.
प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुधारने में जुटी सरकार
कोरोना वायरस द्वारा जारी लॉकडाउन से पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था में फिर से जान फूंकने के लिए यूपी कैबिनेट ने पेट्रोल व डीजल पर वैट बढ़ा दिया है. सरकार की ओर कहा गया है कि लॉकडाउन में शाराब बंदी के कारण अवैध शराब बिक्री शुरू हो गई. इस दौरान पुलिस ने 8820 लीटर अवैध शराब को पकड़ा है.
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कुछ 3627 लोग गिरफ्तार किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में उत्तर प्रदेश लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण अध्यादेश 2020 को मंजूरी देने के साथ 10 महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई थी.