नई दिल्ली: Corona संक्रमण जैसे अनेक कई वैश्विक संकटों पर मंथन करने के लिए साल का दूसरे G-20 शिखर सम्मेलन शनिवार से शुरू हो रहा है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे और सभी शीर्ष नेताओं के समक्ष भारत का पक्ष जोरदारी से रखेंगे. कोरोना काल मे ये शिखर सम्मेलन बहुत अहम साबित होगा क्योंकि इस समय कोरोना संकट और कई देशों के बीच आपसी कटु संबंधों के मुद्दे पर भी विमर्श होने की संभावना है.
दो दिवसीय होगा शिखर सम्मेलन
उल्लेखनीय है कि 15वें G-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत आज शनिवार से होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे. इसकी अध्यक्षता सऊदी अरब के किंग सलमान करेंगे. शिखर सम्मेलन को 'सभी के लिए 21वीं सदी के अवसरों का एहसास' विषय पर आयोजित किया जा रहा है. 21-22 नवंबर तक चलने वाला यह शिखर सम्मेलन वर्चुअल होगा.
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20 बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों का समूह
आपको बता दें कि G 20 देशों के समूह में अमेरीका, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय संघ शामिल हैं. इन सभी देशों के शीर्ष नेता इसमें शामिल होने जा रहे हैं. इस सम्मेलन की अध्यक्षता सऊदी के किंग सलमान करेंगे.
1999 में हुई थी G 20 की स्थापना
आपको बता दें कि G 20 की स्थापना साल 1999 में हुई थी. इसमें सबसे पहले अलग-अलग देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नर हिस्सा लेते थे. साल 2008 में इसमें देशों के प्रमुखों को शामिल किया गया. इस फैसले का तात्कालिक मकसद 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट पर प्रभावी तरीके से मंथन था.
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