विरोध का अनोखा 'कारोबारी' तरीक़ा

विरोध का ये ऐसा नायाब तरीक़ा है जिसमें ट्रंप की नेकेड मूर्तियों के ज़रिए उनकी नीतियों पर विरोध जताया जा रहा है पर साथ में कमाई भी छप्परफाड़ हो रही है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 1, 2020, 10:17 AM IST
    • नग्न मूर्तियों से करोड़ों की कमाई का आईडिया
    • 'नेकेड ट्रम्प' भी करोड़ों का है!
विरोध का अनोखा 'कारोबारी' तरीक़ा

नई दिल्ली: लॉस एंजिल्स में एक बार फिर ट्रंप की नेकेड मूर्तियों का सार्वजनिक प्रदर्शन दिखा. हालांकि लोगों ने इसे कला के तहत विरोध और अभिव्यक्ति का जरिया माना, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इन मूर्तियों को बनाने वाले गुप्त कलाकार इससे करोड़ों की कमाई भी करते हैं.

विरोध का ये ऐसा नायाब तरीक़ा है जिसमें ट्रंप की नेकेड मूर्तियों के ज़रिए उनकी नीतियों पर विरोध जताया जा रहा है पर साथ में कमाई भी छप्परफाड़ हो रही है.

विरोध का अनोखा तरीका

दरअसल, लॉस एंजिल्स के आसपास शुक्रवार की सुबह जब लोगों की नींद खुली तो सड़कों के किनारे और चौराहे पर राष्ट्रपति ट्रंप की नेकेड मूर्तियां देख कर सभी दंग रह गए. हालांकि मूर्ति के साथ लिखा संदेश बता रहा था कि ये किसी कलाकार का विरोध जताने का तरीका है. इसलिए लोगों ने इसे उसी रुप में लिया. पर इसे बनाने वाले कलाकार सामने नहीं आना चाहते तो उनके प्रवक्ता उनकी बातों को मीडिया के सामने रखते हैं. कि आखिर उन्हें ट्रंप से इतनी क्या समस्या है?

आर्ट एक्टिविस्ट के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि उन्होंने होर्डिंग में एक संदेश भी चित्रित किया है कि अमेरिका के हालात और खराब हो सकते हैं. इसलिए दुनिया भर के मतदाताओं और कार्यकर्ताओं को वो अतिंम बार याद दिला रहे हैं कि अभी कुछ बचा है, सबसे बुरा हमने नहीं देखा है. पर अगर ट्रंप दोबारा चुने जाते हैं तो उन्हें अपने सेकंड टर्म के बारे में कोई चिंता नहीं होगी, तब सोचिए कि वो क्या-क्या करने में सक्षम हैं और क्या क्या कर सकते हैं.

नग्न मूर्तियों से करोड़ों की कमाई का आईडिया

दरअसल ग़ुमनाम कलाकारों के इस ग्रुप ने पिछले चुनाव के दरम्यान भी अगस्त 2016 में ट्रंप की मूर्तियां लॉस एंजिलिस, सैन फ्रांसिस्को, न्यूयॉर्क, सिएटल और क्लीवलैंड शहर में सार्वजनिक स्थानों पर लगाई थीं. बाद में ज्यादातर को हटा लिया गया लेकिन इस ग्रुप ने बाद में इनमें से एक बची हुई मूर्ति बातकर ट्रंप की फूले हुए पेट वाली नेकेड स्टेचू क़रीब 19 लाख रुपयों में बेची थी.

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इस बार फिर ये ट्रंप की ये 3 मूर्तियां दिख रही हैं. जिनमें से एक को कचरे के बैग से घिरे एक डंपर में खड़ा किया गया जिसे 101 फ्रीवे के बगल में रखा गया है. जो शहर के सबसे व्यस्ततम रास्तों में से एक है. 

'नेकेड ट्रम्प' भी करोड़ों का है!

नाराजगी कहें या ट्रंप के विरोध को 'कैश' करने का तरीक़ा कि इस कचरे के बॉक्स पर लिखा गया है 'ऑफिशियल रिपब्लिकन बैलेट बॉक्स' ...लोग तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. ज्यादातर लोग इसे कला और अभिव्यक्ति का एक माध्यम बता रहे हैं. मेक्सिको की रहने वाली एक महिला कहती हैं कि ऐसा लगता है कि कलाकार ये कहने की कोशिश कर रहे हैं कि ट्रंप एक जोकर हैं और मूल रूप से बुरे फैसले करते हैं. ये एक तरीका है जिससे वो खुद को अभिव्यक्त कर सकते हैं. 

हालांकि कलाकार के प्रवक्ता ने कहा कि उनका अनुमान है कि इन सभी मूर्तियों को अधिकारी यहां से हटा देंगे. पर उन्हें इस चुनाव के लिए लोगों के बीच जो संदेश देना था वो लोगों के बीच चला गया. आर्ट एक्टिविस्ट के स्पोक्सपर्सन ने कहा कि इस चुनाव में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं और हम जश्न मना रहे हैं, एक महाराजा के पतन का. 

उनका विश्वास है कि वो 3 नवंबर के बाद ट्रंप को राष्ट्रपति पद पर नहीं देखेंगे. प्रवक्ता ने बताया कि 2016 में बनाई गई उनकी मूर्तियों में से ये 3 मूर्तियां बची थीं. जिन्हें उनके ग्रुप ने इस चुनावी मौक़े पर लोगों को संदेश देने के लिए निकाला है.

ट्रंप का विरोध भी...दे रहा है करोड़ों का प्रॉफिट!

कलाकार चाहे जो दलील दे रहे हों,...मगर ट्रंप की ऐसी मूर्तियां बानकर इनका सार्वजनिक प्रदर्शन अभिव्यक्ति का एक तरीक़ा ज़रूर हो सकता है पर साथ साथ ट्रंप के विरोध को कैश करने का एक नायाब तरीका भी है. क्योंकि इस तरह उनकी बनाए स्टेच्यू सुर्खियां पा रही हैं और ट्रंप की नेकेड मूर्तियां भी इन कलाकारों के लिए करोड़ों कमाई कर रही हैं !

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