America election: कोरोना के बाद ट्रंप पर चढ़ा चुनावी बुखार

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कोरोना तो ठीक हो गया है. लेकिन अब उनपर चुनावी फीवर चढ़ गया है. कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट आते ही ट्रंप चल पड़े चुनावी अभियान में और फ्लोरिडा में हज़ारों की भीड़ के बीच किया डिस्को. आखिर चुनाव जीतना भी तो जरुरी है.   

Written by - Ajit Kumar | Last Updated : Oct 14, 2020, 09:33 AM IST
    • कोरोना से उबरे ट्रंप का 'चुनावी डिस्को'
    • किस-किस को KISS करेंगे मिस्टर प्रेसिडेंट?
    • असली रंग में आ ही गए 'दिल-फेंक' ट्रंप!
America election: कोरोना के बाद ट्रंप पर चढ़ा चुनावी बुखार

नई दिल्ली: फ्लोरिडा में चुनावी कैंपेन (America election) के बीच थिरक कर ट्रंप (Donald Trump) ने दिखाई है बिल्कुल ताज़ा और निराली अदा, जिसमें वो खुद को फिट दिखाने के लिए हज़ारों की भीड़ के बीच डांस करते नज़र आए. इतना ही नहीं उन्होंने बिल्कुल दिलफेंक अंदाज़ में रेड कलर का दिल के आकार का बना गिफ्ट भी समर्थकों के बीच उछाला. 

ट्रंप ने सुनाया 'किस का किस्सा'
लेकिन चुनावी भाषण के बीच ट्रंप ने चुंबन की बात करके एक बार फिर विवादों को न्यौता दे दिया है. 
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा ''मैंने शुरुआत में ही कहा था इलाज से बढ़कर समस्या नहीं है, अगर आप कोरोना की चिंता से निकलना चाहते हैं तो बाहर निकलिए....मैं निकला और अब मैं पूरी तरह संक्रमण मुक्त हूं,अब मैं कुछ भी कर सकता हूं, मैं बहुत पावरफुल महसूस कर रहा हूं, मैं आपके बीच आ सकता हूं, मैं आप सबको किस कर सकता हूं, मैं किसी खूबसूरत महिला को किस कर सकता हूं.

क्या ट्रंप ने हासिल कर लिया है जीत का मंत्र
सवाल है ट्रंप की इस खुशी का राज़ क्या है? क्या चुनावी जीत का उन्हें कोई मंत्र मिल गया ?या वोटर्स को लुभाने के लिए ट्रंप कुछ भी करेंगे? दरअसल, अमेरिका में व्हाइट हाउस की जंग बेहद तेज, तीखी और दिलचस्प होती जा रही है. 74 साल के ट्रम्प, 77 साल के प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन से सर्वे में पिछड़ते दिख रहे थे. बाइडेन को विस्कॉन्सिन और पेंसिल्वेनिया दोनों राज्यों में बढ़त दिखाई गई. तो क्या ट्रंप इस बढ़त को पाटने के लिए ये सब कर रहे हैं? 

कोरोना से लड़ने वाला 'सुपर मैन' या 'सुपर स्प्रेडर'? 
कोरोना संक्रमण से प्रेसिडेंट ट्रंप के पीड़ित होने के चलते अमेरिका के कई सारे मुद्दों में कोरोना फिलहाल चुनाव में सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला मुद्दा बन चुका है. और ट्रंप इसमें किसी हाल में पिछड़ना नहीं चाहते. इसलिए वो कोरोना सुपरमैन की छवि बनाना चाहते हैं. दूसरी तरफ़ ट्रंप के संक्रमित होने के बाद व्हाइट हाउस से जुड़े दर्जनों लोगों का पॉजेटिव पाया जाना, ट्रंप की सुपर स्प्रेडर की छवि बनाता है. व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ भी बिना मास्क के थे और जब रिपोर्टर ने मास्क पहनने को कहा तो उन्होंने इंटरव्यू देने से मना कर दिया.

व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मेडोज ने मास्क हटाते हुए कहा कि अब मैं आपसे बात कर सकता हूं,उन्होंने रिपोर्टर को इस बात का हवाला दिया कि वो मीडिया से 10 फीट की दूरी पर है. मेडोज ने साफ़ कहा कि वो मास्क पहन कर बात नहीं करने वाले हैं.

ट्रंप की खास रणनीति 
सवाल है क्या व्हाइट हाउस ट्रंप की नीतियों को हूबहू उतारने की फिराक में सामान्य कोविड प्रोटकॉल की धज्जियां उड़ा रहा है? क्या ये सब किसी ख़ास रणनीति का हिस्सा हैं?
क्योंकि ताज़ा सर्वे के मुताबिक़ अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए फ्लोरिडा, एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, मिनेसोटा, नेवादा, न्यू हैप्मशायर, उत्तरी केरोलिना, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिंन स्विंग स्टेट्स हैं, जहां डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन उम्मीदवारों को बराबरी का समर्थन मिलता दिख रहा है. ऐसे में ये राज्य चुनाव के लिहाज से अहम माने जा रहे हैं. यही कारण है कि ट्रंप और जो बाइडेन दोनों ही इन राज्योंमें निर्णायक बढ़त हासिल करने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं. अब ट्रंप की दिलफेंक अदाओं का हश्र 3 नवंबर के चुनाव परिणाम ही तय करेंगे. तब तक इस पर पक्ष विपक्ष की प्रतिक्रियाओं का दौर चलता रहेगा. 

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