नई दिल्ली: दुनियाभर में इस समय चीन और अमेरिका के बीच तनाव भरे रिश्तों की चर्चा है. चीन को अमेरिका कोरोना वायरस से लेकर विस्तारवाद तक कई मुद्दों पर घेर रहा है तो वहीं चीन भी अमेरिका के खिलाफ मुखर हो गया है. दोनों देशों के बीच चल रहा गतिरोध व्यापारिक रिश्तों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है. चीनी एप टिक टॉक पर अमेरिका ने कुछ दिन पहले प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि टिकटॉक अपने उपभोक्ताओं की प्राइवेसी का दुरुपयोग कर रहा था.
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के फैसले को टिकटॉक ने दी चुनौती
शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक ने प्रतिबंध लगाए जाने का विरोध किया है. अपने ऊपर पाबंदी लगाने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के फैसले को टिक टॉक ने अदालत में को चुनौती दी है. उसने राष्ट्रपति ट्रंप की सरकार में वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस और वाणिज्य विभाग के खिलाफ कैलिफोर्निया की एक अदालत में मामला दायर किया है जिसमें उन्हें तथाकथित अनधिकृत कार्रवाई से रोकने का आग्रह किया है.
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अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है एप- टिकटॉक
टिकटॉक ने अदालत में ट्रंप सरकार के खिलाफ तर्क दिया है कि उसका कंटेंट अमेरिका की अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं उत्पन्न कर रहा है. अदालत में टिक टॉक ने कहा कि ट्रंप सरकार ने बिना किसी सबूत या पूरी प्रक्रिया का पालन किए बगैर उस पर प्रतिबंध का आदेश जारी किया है. अपनी याचिका में अदालत से सरकार के प्रतिबंध हटाने की मांग की है.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे के आधार पर अगस्त में टिकटॉक को लेकर दो कार्यकारी आदेश जारी किए थे और इस पर प्रतिबंध लगा दिया था.