नई दिल्ली. पाकिस्तान के एक पुराने कुख्यात चोर का नाम है अब्दुल कदीर (A.Q.) खान नामक ये चोर पाकिस्तान का एक परमाणु वैज्ञानिक है जिसने पहले अमेरिका से परमाणु तकनीक चुराई थी और उसे कई देशों को बेचा भी था. अब इसी चोर के चेले पकड़ाए हैं अमेरिका में जो कि अमेरिकी परमाणु तकनीक की तस्करी में लगे थे.
तीन देशों से चल रही थी चोरी
पाकिस्तानी परमाणु चोर न पकिस्तान में रह रहे थे न अमरीका में, अलग-अलग देशों में रहते हुए ये चोर तकनीक का इस्तेमाल करते हुए एटॉमिक स्मगलिंग को अंजाम दे रहे थे. एक्यू खान की चोरी पकड़ने के बाद अमेरिका को लगा था कि अब पाकिस्तानी चोरी बंद हो गई है लेकिन इन पांच चोरों के पकड़ में आने के बाद उसका यह विश्वास धराशायी हो गया है. अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के अनुसार ये पांचों पाकिस्तानी कनाडा, हांगकांग और यूके में रह कर चोरी का काम अंजाम दे रहे थे.
एक्सपोर्ट नेटवर्क चला रहे थे पांचों पाकिस्तानी
अलग-अलग देशों में रह कर ये पांचों पाकिस्तानी चोर एक एक्सपोर्ट नेटवर्क संचालित कर रहे थे और इसी नेटवर्क के माध्यम से न्यूक्लिअर स्मगलिंग को अंजाम दे रहे थे. इन पाकिस्तानियों पर आरोप है कि इन्होंने अमेरिकी एक्सपोर्ट लाइसेंस के नियमों का उल्लंघन किया.
खरीदार का झूठा नाम बता कर की तस्करी
इन्होंने पाकिस्तान और अमेरिका से बाहर बैठ कर बड़ी आसानी से न्यूक्लिअर स्मगलिंग का कारोबार चलाया. ये पाकिस्तानी तस्कर खरीदार का झूठा नाम बताकर अमेरिका के परमाणु उत्पादों को पाकिस्तानी कंपनियों के पास भेजने की एक चालाक योजना पर काम कर रहे थे. इस चोरी के पकड़ में आने के बाद से अमरीका के कान खड़े हो गए हैं और उसने इसे अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्र के शक्ति संतुलन के लिए बड़ा खतरा माना है.
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