नई दिल्लीः संदिग्ध जासूसी गुब्बारे को लेकर चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अगर अमेरिका की संप्रभुता के लिए चीन खतरा उत्पन्न करता है, तो आत्मरक्षा में कदम उठाए जाएंगे. अमेरिकी सेना ने पिछले हफ्ते अटलांटिक महासागर के ऊपर संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को नष्ट कर दिया था.
चीन ने अमेरिका को दी थी चेतावनी
इस कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए चीन ने रविवार को अमेरिका के इस बल प्रयोग के अंजाम की चेतावनी दी थी. बाइडन ने मंगलवार रात अपने दूसरे ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन में कहा, ‘‘मैं चीन के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जहां वह अमेरिकी हितों को आगे बढ़ा सकता है और दुनिया को फायदा पहुंचा सकता है.
हालांकि, कोई संदेह न रखें, हमने पिछले सप्ताह ही स्पष्ट कर दिया था कि अगर चीन हमारी संप्रभुता के लिए खतरा उत्पन्न करता है, तो हम अपने देश की रक्षा के लिए कार्रवाई करेंगे. और हमने ऐसा किया.’’ अमेरिका ने चीन पर देश (अमेरिका) की सीमा के अंदर और संवेदनशील/महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के ऊपर से जासूसी गुब्बारा उड़ाकर अमेरिकी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.
जानिए क्या बोले बाइडन
बाइडन ने कहा, चीन के खिलाफ प्रतिद्वंद्विता/प्रतिस्पर्धा में जीत हमें एकजुट करेगा. हम दुनियाभर में गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. लेकिन पिछले दो साल में, लोकतंत्र मजबूत हुए हैं, कमजोर नहीं.’’ राष्ट्रपति बाइडन ने अपने 72 मिनट लंबे भाषण में कम से कम सात बार चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग का जिक्र किया और उनका पूरा भाषण इस बात पर केन्द्रीत रहा कि अमेरिका किस तरह संघर्ष से बचने का प्रयास करते हुए चीन की किसी भी आक्रमकता से निपटने के लिए तैयार है.
चीन ने भी बाइडन का दिया जवाब
बाइडन के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को चीन ने कहा कि उसे अमेरिका के साथ प्रतिस्पर्द्धा से कोई डर नहीं है, लेकिन उसने ‘‘चीन-अमेरिका संबंधों को सिर्फ प्रतिस्पर्द्धा के तराजू पर तौलने से इंकार कर दिया.’’ बीजिंग में अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, ‘‘यह किसी जिम्मेदार देश का व्यवहार नहीं है कि वह वैश्विक औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावित करके भी प्रतिस्पर्द्धा के बहाने एक देश के विकास करने के वैध अधिकार पर पाबंदी लगा दे और फिर उसकी छवि खराब करे.
सवालों के जवाब देते हुए निंग ने कहा कि चीन अपने हितों की रक्षा करेगा और अमेरिका को ‘‘द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए’’ चीन के साथ मिलकर काम करना चाहिए. बाइडन का बयान ‘‘एकजुटता’’ के इर्द-गिर्द रहा. उन्होंने कहा कि उनके दो साल के प्रशासन में निरंकुशता मजबूत नहीं बल्कि कमजोर हुई है.
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