नई दिल्लीः ब्रिटेन की गृह सचिव के रूप में अपनी फिर से नियुक्ति को लेकर आलोचनाओं से घिरीं हुई भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन ने देश में प्रवासी संकट की तुलना आक्रमण से कर एक और विवाद पैदा कर दिया है.
ब्रेवरमैन ने सोमवार को कहा था कि प्रवासियों ने हमारे दक्षिणी तट पर आक्रमण शुरू किया है.
'दिखावा करना बंद करें कि वे शरणार्थी संकट में हैं'
केंट में मैनस्टन प्रसंस्करण स्थल की स्थितियों के बारे में चिंताओं के बीच हाउस ऑफ कॉमन्स में सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, 'आइए यह दिखावा करना बंद करें कि वे शरणार्थी संकट में हैं.'
छोटी नावों में ब्रिटेन पहुंचने वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या के लिए केंट में एक पूर्व सैन्य अड्डे, मैनस्टन को इस साल फरवरी में एक प्रसंस्करण केंद्र के रूप में खोला गया था.
सांसदों को पिछले सप्ताह उनकी पुनर्नियुक्ति के बाद पहली बार संबोधित करते हुए गृह सचिव ने कहा कि 2022 में दक्षिण तट पर करीब 40,000 लोग पहुंचे हैं, इनमें से कई आपराधिक गिरोह के सदस्य हैं.
नफरत को बढ़ावा देता ही सुएला की भाषाः लेबर सांसद
डेली मिरर ने लेबर सांसद जारा सुल्ताना के हवाले से कहा कि सुएला की भाषा नफरत को बढ़ावा देती है और विभाजन फैलाती है. ब्रेवरमैन ने यह टिप्पणी भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के यह कहने के कुछ दिनों बाद की कि करुणा उनके प्रशासन के केंद्र में होगी.
सुएला के बहाने सुनक पर निशाना
लेबर पार्टी की उप नेता एंजेला रेनर ने कहा, 'ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री के रूप में अखंडता, व्यावसायिकता और जवाबदेही लाने का वादा किया था. इसके बजाय उन्होंने सुएला ब्रेवरमैन को वापस लाया.'
शरणार्थी केंद्रों पर भीड़भाड़, बीमारी से ग्रस्त और खतरनाक होने के सवालों के बाद ब्रेवरमैन ने स्वीकार किया कि सिस्टम टूट गया है और अवैध प्रवासी नियंत्रण से बाहर हैं.
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