बुलेट ट्रेन के बाद आ रहा 'बुलेट प्लेन ', जानें रफ्तार और खासियत

सेलेरा 500L को बुलेट की तरह इसलिए डिजाइन किया गया है क्योंकि इससे हवा में इसकी रफ्तार बढ़ जाती है. हवा से घर्षण कम होता है. इससे ईंधन कम जलता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 6, 2021, 10:22 AM IST
  • अभी बस प्रोटोटाइप विमान विकसित हुआ है
  • विमान अंततः 2025 तक बिक्री पर जाएगा
बुलेट ट्रेन के बाद आ रहा 'बुलेट प्लेन ', जानें रफ्तार और खासियत

वाशिंगटन: ओट्टो सेलेरा 500L. ये नाम है उस प्लेन का जिसका आकार हूबहू किसी बुलेट यानी गोली जैसा है. इसकी अद्वितीय वायुगतिकी (Aerodynamics) इसे बेहद खास प्लेन बना देती है.

सेलेरा 500L को बुलेट की तरह इसलिए डिजाइन किया गया है क्योंकि इससे हवा में इसकी रफ्तार बढ़ जाती है. हवा से घर्षण कम होता है. इससे ईंधन कम जलता है.

अट्टो एविएशन के सीईओ विलियम ओट्टो जूनियर कहते हैं, यह विमान अन्य विमानों की दक्षता का चार से पांच गुना और जेट विमान की दक्षता का सात से आठ गुना है.

740.29 किलोमीटर प्रति घंटे की गति
ओट्टो एविएशन के अनुसार, सेलेरा पर उड़ान भरने में 2,100 डॉलर की तुलना में 328 डॉलर प्रति घंटे का खर्च आएगा. वहीं 18 से 25 मील प्रति गैलन ईंधन की खबत होगी.  इसमें छह यात्रियों के लिए पर्याप्त जगह के साथ, 460 मील प्रति घंटे (यानी 740.29 किलोमीटर प्रति घंटे) की गति और एक बार में 4,500 मील (7242 किलोमीटर) की दूरी तय कर सकेगा. 

सेलेरा 500L, का अभी बस प्रोटोटाइप विकसित हुआ है. यह विमान विलियम ओट्टो सीनियर के दिमाग की उपज है.

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टॉरपीडो जैसी तकनीक

शोधकर्ताओं ने टॉरपीडो पर किए गए अध्ययनों को देखा कि कैसे छोटे इंजन वाले छोटे टारपीडो को एक पनडुब्बी के लिए फिट बनाया जाता है.
उस आकार को "लामिना का प्रवाह" नामक अवधारणा द्वारा निर्धारित किया गया था.

लामिना का प्रवाह तब होता है जब कोई द्रव या हवा बिना किसी व्यवधान के समानांतर परतों में प्रवाहित होती है.

टेस्ट फ्लाइट जारी
Celera 500L ने पहली बार 2018 में उड़ान भरी थी और तब से लगभग 50 परीक्षण उड़ानें पूरी कर चुका है. अब तक यह केवल 180 मील प्रति घंटे की शीर्ष गति और 17,000 फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया है, लेकिन जल्द ही इसका बेहतर वर्जन तैयार कर लिया जाएगा.

Celera 500L के अंडे की तरह आकार को विमान की सतह पर लामिना के प्रवाह को प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे हवा के माध्यम से एक आसान प्रवेश की अनुमति मिलती है.

खास बातें-
1. इस विमान की कीमत 5 मिलियन डॉलर होगा. 
2. इसमें घर्षण और ड्रैग 59% कम होगा.
3. विमान अंततः 2025 तक बिक्री पर जाएगा.
4. यह डीजल इंजन वाला प्लेन है.
5. बाद में इसे इलेक्ट्रिक या हाइड्रोजन से बदला जा सकता है.

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